UP News: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) और रामपुर (Rampur) सीट से विधायक आजम खान (Azam Khan) के बीच बीते दिनों नाराजगी की खबरें आई थीं. हालांकि अखिलेश जब आजम से मिलने अस्पताल गए उसके बाद से ही माना जा रहा है कि दोनों के बीच नाराजगी दूर हो चुकी है. वहीं कहा ये भी जा रहा है कि आजम खान के बीते दिन 15 दिनों के अंदर अपनी ताकत दिखा दी. 


पहली मुलाकात के बाद दूर हुई नाराजगी
बीते 15 दिनों में तीन ऐसी बड़ी घटनाएं हुई जिसको आजम खान की ताकत के रूप में देखा जा रहा है. आजम खान जब जेल से बाहर आए तो आजम और अखिलेश के बीच नाराजगी की खबर मीडिया में आम तौर पर चल रही थी. जेल से आने के कुछ दिन बाद जब आजम खान बीमार हुए और तब उन्हें दिल्ली के सर गंगा राम अस्पताल में भर्ती कराया गया. बीमार आजम खान से मिलने अखिलेश यादव खुद अस्पताल पहुंचे. ये करीब 27 महीनों बाद दोनों के बीच पहली मुलाकात थी, जबकि आजम की नाराजगी को दूर करने का पहला प्रयास था.


UP: अपराधियों और माफियाओं को CM योगी की सख्त चेतावनी- 'माहौल बिगाड़ने की एक भी कोशिश बर्दाश्त नहीं


दो करीबियों को बनाया MLC
हालांकि इसके बाद भी दो बड़े मौके आए जब आजम खान ने सपा परिवार में अपनी ताकत को दिखा दिया. आजम खान के इस्तीफे से खाली हुई रामपुर लोकसभा सीट पर आजम के ही चहेते और करीबी कासीम राजा को सपा ने अपना उम्मीदवार बनाया. बात यहीं खत्म नहीं होती, इसके बाद सपा को अपने कोटे से चार एमएलसी उम्मीदवारों के नाम का ऐलान करना था.


यहां एक बार फिर आजम खान का दमखम दिखा. सपा ने जब चार उम्मीदवारों की घोषणा की तो उसमें दो एमएलसी उम्मीदवार आजम खान के करीबी थे. जिसमें सहारनपुर के शाहनवाज खान शब्बू टिकट दिया गया, जो सपा विधायक के करीबी हैं. ऐसे में सपा में आजम खान की ताकत का तो अंदाजा लगा ही. साथी ही अखिलेश यादव और आजम खान के बीच नाराजगी की खबरों पर भी विराम लग गया. ये अटकलें आजम खान के ही मीडिया प्रभारी के बयान से शुरू हुई थी. 


ये भी पढ़ें-


Prophet Muhammad Row: उत्तर प्रदेश में अब तक 255 लोग गिरफ्तार, रासुका के तहत होगी कार्रवाई