UP News: यूपी के सीतापुर (Sitapur) जेल में बंद समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के विधायक आजम खान (Azam Khan) की मुश्किलें खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही है. वहीं सरकार भी लगातार उनपर अपना शिकंजा कसते जा रही है. अब एक बाद फिर आजम खान की मुसीबत बढ़ती नजर आ रही है. अब सुल्तानपुर (Sultanpur) कोर्ट ने उन्हें एक नोटिस जारी किया है.
कब का है मामला?
28 महीने से जेल में बंद आजम खान की रिहाई का इंतजार और लंबा बढ़ता जा रहा है. उनकी अब नया मामला सुल्तानपुर कोर्ट द्वारा जारी नोटिस के बाद सामने आया है. सपा नेता द्वारा आठ साल पहले दिया गया एक बयान मुसीबत बन गया है. 2014 में दिए एक बयान को लेकर सुल्तानपुर की सेशन कोर्ट ने आजम खान को नोटिस जारी किया है. तब यूपी में समाजवादी पार्टी की सरकार थी. सपा प्रमुख अखिलेश यादव यूपी के मुख्यमंत्री थे. वहीं वरिष्ठ नेता आजम खान के पास नगर विकास विभाग था. तब सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव के जन्मदिन पर जौहर युनिवर्सिटी में एक भव्य आयोजन हुआ था. आयोजन इतना भव्य था कि इसकी चर्चा पूरे प्रदेश में हुई.
क्या था बयान?
तब आजम खान से आयोजन के खर्च पर सवाल किया गया था तो उनके बयान ने विवाद को जन्म दे दिया था. उन्होंने कहा था, "इसका फंड तालिबानी संगठन, दाऊद इब्राहिम और अबु सलेम ने दिया है." आजम खान के इस बयान पर तब सुल्तानपुर के ज्ञानेंद्र तिवारी ने कोर्ट में एक परिवार वाद दायर किया था. अब इस बयान को लेकर सुल्तानपुर की सेशन कोर्ट ने एक नोटिस जारी किया है. अब इस मामले में अगली सुनवाई 14 जून को होगी. तब वादी ने कहा था कि सपा नेता का ये बयान समाज के लिए घातक है, उन्हें तलब कर दंडीत किए जाने की जरूरत है.
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