Kanpur News: समाजवादी पार्टी विधायक इरफान सोलंकी (Irfan Solanki) पेशी से वापस ले जाते समय कानपुर पुलिस पर जमकर भड़के. सपा विधायक ने कानपुर पुलिस की धक्कामुक्की से परेशान होकर आपा खोते हुए कहा कि ऐसा बरताव किया जाता है जैसे मैं जानवर हूं, गधा हूं, बंदर हूं. इसके साथ ही सपा विधायक इरफान सोलंकी ने कहा कि मेरा वकील मेरा अल्लाह है, मेरा इस्तीफा ले लें, अगर इस्तीफा लेना चाहते हैं अभी ले लीजिए. वहीं सपा विधायक ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि आप लोग क्यों आते हैं मुझसे बात करने जब आपको भी धक्का-मुक्की होती है.
सपा विधायक इरफान सोलंकी के आधार कार्ड मामले में 20 मार्च को सुनवाई होगी और आगजनी वाले मामले में कोर्ट ने 25 मार्च की तारीख दी है. वहीं इरफान की 29 मार्च तक कोर्ट ने कस्टडी बढ़ा दी है. सपा विधायक को पेशी के लिए महाराजगंज जेल से कानपुर कोर्ट लाया गया था. पिछली तारीख में सपा विधायक इरफान सोलंकी की आगजनी मामले में निचली अदालत में दाखिल रिवीजन अर्जी खारिज की थी. इस दौरान सरकारी वकील ने कोर्ट में कहा था कि निकली अदालत के आदेश के खिलाफ उसी वक्त रिवीजन अर्जी दाखिल करनी चाहिए थी. इसी आधार पर जिला जज संदीप जैन ने इरफान की याचिका खारिज हुई थी.
हाल ही में सपा विधायक इरफान सोलंकी के खिलाफ एक और चार्जशीट कानपुर पुलिस ने दाखिल की. यह चार्जशीट साल 2021 के एक मामले में दाखिल हुई है, सपा विधायक पर आरोप है कि उन्होंने ट्रेनी दरोगा से बदतमीजी की थी. ग्वालटोली पुलिस ने मोहम्मद शरीफ नाम के व्यक्ति को 23 अगस्त साल 2021 को पकड़ा था. उसकी पैरवी के लिए सपा विधायक इरफान सोलंकी ग्वालटोली थाने पहुंचे थे और सपा विधायक ने आरोपित को छुड़ाने का प्रयास किया था. उसी दौरान ट्रेनी दरोगा राजीव कुमार सिंह ने उन्हें रोकने का प्रयास किया था, इतना ही नहीं भड़के विधायक ने ट्रेनी दरोगा से बदतमीजी करते हुए अमर्यादित शब्दों का प्रयोग किया था.
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