UP News: समाजवादी पार्टी के विधायक और लखनऊ लोकसभा सीट से सपा के उम्मीदवार रविदास मेहरोत्रा ने माफिया से राजनेता बने दिवंगत पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी को लेकर एक बड़ा बयान दिया है. सपा विधायक रविदास मेहरोत्रा ने एबीपी न्यूज से बात करते हुए कहा कि मुख्तार अंसारी की लड़ाई गुंडों से थी और मुख्तार अंसारी गुंडों के खिलाफ लड़ते थे.


इसके साथ ही सपा विधायक रविदास मेहरोत्रा ने कहा यूपी के टॉप 20 गुंडों में 19 भारतीय जनता पार्टी के हैं और उन्हीं गुंडों के खिलाफ मुख्तार अंसारी लड़ते थे. सपा विधायक ने कहा कि मुख्तार अंसारी ने कभी भी गरीबों को तंग नहीं किया. अगर मुख्तार ने गरीबों को परेशान किया होता तो उनके अंतिम संस्कार में लाखों की भीड़ नहीं होती, मुख्तार अंसारी गुंडों के गुंडे थे.


बता दें कि उत्तर प्रदेश की बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी की 28 मार्च को तबियत बिगड़ी थी. जिसके बाद मुख्तार को बांदा मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था, जहां उनकी इलाज के दौरान मौत हो गई थी. वहीं मुख्तार अंसारी की मौत को लेकर उनके सांसद भाई अफजाल अंसारी और बेटे उमर अंसारी ने उनकी मौत के कारणों पर संदेह जताते हुए दावा किया था कि मुख्तार को जेल के अंदर धीमा जहर दिया गया था. हालांकि मुख्तार अंसारी के परिवार के इन आरोपों को प्रशासन ने गलत बताया है.


काली बाग कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया गया मुख्तार अंसारी


वहीं मुख्तार अंसारी के शव को गाजीपुर जिले के मुहम्मदाबाद स्थित उसके पैतृक कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया गया. काली बाग के कब्रिस्तान में मुख्तार अंसारी को उनके पिता व मां की कब्र के नजीदक दफनाया गया है. वहीं मुख्तार के जनाजे के समय कस्बे में चप्पे-चप्पे पर पुलिस के साथ ही अर्द्धसैनिक बल के जवानों की तैनाती रही थी.


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