UP News: केंद्रीय कैबिनेट ने वन नेशन वन इलेक्शन को मंजूरी दे दी है. इसको लेकर अलग-अलग प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं. समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव की बात हो या फिर उनके सिपाहियों की, वो भी वन नेशन वन इलेक्शन को लेकर बड़ी प्रतिक्रियाएं दे रहें हैं. अखिलेश यादव के कद्दावर नेता और सपा विधायक शाहिद मंजूर ने वन नेशन वन इलेक्शन पर तो बड़ा बयान दिया ही है साथ ही पीएम मोदी और सीएम योगी पर भी निशाना साधा है.


मेरठ की किठौर विधानसभा सीट से सपा के पूर्व कैबिनेट मंत्री रहे और मौजूदा विधायक शाहिद मंजूर ने पीएम मोदी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि तीन तलाक कानून लाए, क्या उससे तीन तलाक रुके, 370 हटाई क्या देश से लोग जम्मू कश्मीर रहने या वहां रोजगार बढ़ा. नोटबंदी से क्या आतंकवाद रूका, जीएसटी ने कैसे नींद उडाई, वक्फ बोर्ड संशोधन बिल लाए उससे क्या हुआ. उन्होंने कहा सरकार जो भी प्रयोग कर रही है वो असफल हो रहें हैं और अब वन नेशन वन इलेक्शन लाएं हैं जो सिर्फ और सिर्फ शगूफा है कुछ और नहीं.


नीतीश और नायडू से अस्थिर हो रही है सरकार- सपा विधायक


सपा एमएलए शाहिद मंजूर ने कहा कि जब भी सरकार अस्थिर सी नजर आती है तभी उस मामले को दबाने के लिए कुछ नया ले आती है. नीतीश कुमार और चन्द्रबाबू नायडू नाराज चल रहे हैं और इस मामले को दबाने के लिए वन नेशन वन इलेक्शन ले आए हैं, लेकिन अब ऐसा नहीं चलेगा कि न खाता न बही, जो मोदी कह दें वही सही. अब इस पर जनता ने विराम लगा दिया है. अभी लोकसभा में बहस होगी, विपक्ष मजबूत है और अब ऐसा नहीं हो सकता कि जनता के खिलाफ कोई भी कानून पास हो जाए, विपक्ष अब पहले से बहुत ज्यादा मजबूत है.


चन्द्रशेखर और ओवैसी के गठबंधन पर दिया बड़ा बयान


वहीं सियासी गलियारों में नगीना सांसद चंद्रशेखर आजाद और एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के बीच गठबंधन में यूपी उपचुनाव लड़ने की चर्चा है और कभी भी इसका औपचारिक एलान हो सकता है. इस पर जब पूर्व कैबिनेट मंत्री शाहिद मंजूर से सवाल किया गया तो बोले हरियाणा के नतीजे आने दीजिए और यूपी उपचुनाव की 10 सीटों के नतीजों से भी पता चल जाएगा कौन कितने पानी में. जनता अब ये देखना चाहती है कि बीजेपी से कौन मुकाबला कर रहा है और उस स्थिति में हम हैं. बीजेपी को कौन फायदा करेगा और कौन नुकसान जनता बखूबी समझ रही है.


योगी और अखिलेश के बयानों को संवैधानिक जंग बताया


माफिया और मठाधीश वाले अखिलेश यादव के बयान के बाद सीएम योगी बेहद आक्रामक हैं और बीजेपी के नेता भी अखिलेश यादव को घेर रहें हैं, जबकि सपा भी पीछे नहीं हैं. इस बयानों की जंग पर जब शाहिद मंजूर से सवाल किया गया कि ये जुबानी जंग कब तक चलेगी तो उन्होंने कहा कि ये जुबानी जंग नहीं संवैधानिक जंग है. संवैधानिक पद पर बैठे लोगों की ऐसी भाषा कभी नहीं सुनी, जैसी भाषा मिल रही है वैसा ही जवाब दिया जा रहा है.


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