UP News: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) के जुबानी हमले अब भी जारी हैं. रामचरितमानस विवाद (Ramcharitmanas Row) के बाद से उनके लगातार बयान आ रहे हैं. अब एकबार फिर सपा नेता ने उन पंक्तियों पर सवाल उठा दिया है. 


सपा नेता ने कहा, "ढोल, गवार, शुद्र, पशु, नारी, सकल ताड़ना के अधिकारी. उसी सुंदरकांड का हिस्सा, जिसका सरकार ने पाठ कराने का निर्णय लिया है यानी सरकार का यह निर्णय महिलाओं व शूद्र समाज को प्रताड़ित व अपमानित करने वाले 3% लोगों का बढ़ावा देने एवं 97% हिंदू समाज के भावनाओं को आहत करने वाला है."



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क्या बोले सपा एमएलसी?
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा, "दलित और पिछड़ों को हिन्दू कह कर वोट लेने वाली बीजेपी सरकार आज इन्हीं दलित, पिछड़ों का गाला घोट रही है. बीजेपी ने इन्हे अजगर की तरह निगलने का काम किया है. आज देश का नौजवान बेरोज़गार है, किसान, मजद्दोर और आम जनता की महंगाई से कमर टूट गयी है. गौशाला बनाने का छलावा करने वाली बीजेपी सरकार आज गौशाला तक नहीं बनवा पायी, छुट्टा जानवरों के लिए कुछ नहीं कर पायी."


जबकि उमेश पाल हत्याकांड पर उन्होंने कहा, "ये दुर्भाग्यपूर्ण है. उमेश पाल के सही आरोपी को अभी तक पकड़ नहीं पायी. ये सरकार हवा हवाई है." इससे पहले उन्होंने कहा था, "उत्तर प्रदेश टाउनशिप नीति 2023 के अंतर्गत अनु. जाति, अनु. जनजाति के लोगों की जमीन अधिग्रहित करने हेतु जिलाधिकारी की संस्तुति की अनिवार्यता को खत्म कर सरकार ने अपने ही बनाए कानून को ठेंगा दिखाया है. भाजपा सरकार की दलित विरोधी नीति का घोर निंदा करता हूं."


सपा नेता ने कहा था, "अब पूरे देश में लोगों ने अपने आप रामचरितमानस का पाठ कराना बंद कर दिया, इसलिए सरकार अपने खर्चे से मानस की पाठ कराने पर मजबूर हो रही है. ऐसा करके देश की महिलाओं एवं आदिवासियों, दलितों व पिछड़ो को नित्यप्रति अपमानित करने की साजिश की जा रही हैं."