Waqf Amendment Bill: लोकसभा में आज भारी हंगामे के बीच संसदीय कार्यमंत्री किरन रिजिजु ने वक्फ (संशोधन) विधेयक को पेश कर दिया है. कांग्रेस, सपा समेत इंडिया गठबंधन के तमाम दलों ने इसका विरोध किया है. वहीं अस बिल को लेकर जमकर सियासत भी देखने को मिल रही है. उत्तर प्रदेश की गाजीपुर सीट से समाजवादी पार्टी के सांसद अफजाल अंसारी ने इस बिल को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा है. 


सपा सांसद अफजाल अंसारी ने वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि भाजपा कुछ भी करके सारी चीजे निकालकर अपने चहेतों को थमा देना चाहती है इसलिए वो इस तरह का बिल लाई है. उन्होंने कहा ऐसे तो कल को उनकी नीयत देश के बड़े-बड़े मठों और मंदिर पर भी खराब हो सकती है. उन्होंने बीजेपी को जमीन हथियाओं पार्टी कहा. 


अफजाल अंसारी ने जताई आपत्ति
अफजाल अंसारी ने कहा कि 'भारतीय जनता पार्टी को अपना नाम बदल लेना चाहिए.  वास्तव में ये 'भारतीय जमीन हथियाओ' और अपने चहेतों में बांट दो, ये वो पार्टी है. उन्होंने कहा कि इस तरह तो कल को इनकी नीयत खराब हो सकती है जो बड़े-बड़े मठ और मंदिरों के पास हजारों एकड़ जमीन है...बाबा गोरखनाथ के मठ की जमीनों को देखोगे तो किसी दिन उसपर भी नीयत खराब कर लेंगे. इन्हें हर हालत में चीजें निकालनी है और निकालकर अपने चहेतों को थमा देनी है.'


सपा सांसद मोहिबुल्लाह ने भी जताई आपत्ति
रामपुर से सपा सांसद मोहिबुल्लाह ने कहा कि कुरान में क्या लिखा है ये आप तय करेंगे या हम तय करेंगे. इससे हम मजहब में दखलंदाजी कर रहे हैं. ऐसे कानून से मुल्क की साख को ठेस पहुंचेगी. सांसद ने कहा कि नए कानून के जरिए सर्वे कमिश्नर के अधिकार जिलाधिकारी को दिए जा रहे हैं, आखिर सर्वे कमिश्नर भी तो भारत सरकार का ही है.


अखिलेश यादव ने भी किया विरोध
वहीं सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी वक्फ संशोधन बिल का विरोध किया है. सपा अध्यक्ष ने कहा कि क्या सरकार ये लिखकर दावा कर सकती है कि वो इस जमीन को नहीं बेचेगी. सपा अध्यक्ष ने एक्स पर लिखा- ‘वक़्फ़ बोर्ड’ का ये सब संशोधन भी बस एक बहाना है
रक्षा, रेल, नज़ूल लैंड की तरह ज़मीन बेचना निशाना है. वक्फ बोर्ड की जमीनें, डिफेंस लैंड, रेल लैंड, नज़ूल लैंड के बाद ‘भाजपाइयों के लाभार्थ योजना’ की शृंखला की एक और कड़ी मात्र हैं. भाजपा क्यों नहीं खुलकर लिख देती ‘भाजपाई-हित में जारी’. 


अखिलेश यादव ने काम कि इस बात की लिखकर गारंटी दी जाए कि वक्फ बोर्ड की जमीनें बेची नहीं जाएंगी. भाजपा रियल स्टेट कंपनी की तरह काम कर रही है. उसे अपने नाम में ‘जनता’ के स्थान पर ‘जमीन’ लिखकर नया नामकरण कर देना चाहिए. भारतीय जमीन पार्टी.


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