Awadhesh Prasad On Rahul Gandhi: राहुल गांधी लोकसभा में विपक्ष के नेता चुने गए हैं. इस पर अब अयोध्या सांसद और सपा के दिग्गज नेता अवधेश प्रसाद ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने राहुल गांधी को लेकर कहा कि वह वह देश के सबसे सफल विपक्षी नेता होंगे. 


राहुल गांधी के लोकसभा में विपक्ष के नेता चुने जाने पर सपा सांसद अवधेश प्रसाद का कहना है, ''इसमें कोई शक नहीं कि वह देश के साथ-साथ लोकतंत्र और संविधान को बचाने के लिए सबसे सफल विपक्षी नेता होंगे.''


राहुल गांधी को चुना गया विपक्ष का नेता 


बता दें कि इंडिया गठबंधन की तरफ से राहुल गांधी को लोकसभा में नेता विपक्ष चुना गया है. लोकसभा स्पीकर चुनाव के महज एक दिन पहले इंडिया गठबंधन की बैठक में यह फैसला लिया गया. कांग्रेस नेता सांसद केसी वेणुगोपाल ने मंगलवार रात इसकी जानकारी दी.


राजनीतिक करियर में पहली बार किसी संवैधानिक पद पर बैठेंगे


राहुल गांधी 2004 में चुनाव राजनीति में कदम रखे, तब से वो कोई भी पद लेने से बचते रहे थे. उन्होंने पार्टी पद से भी इस्तीफा दे दिया था, लेकिन अब राहुल गांधी ने नेता प्रतिपक्ष का पद ले लिया है. इसके साथ ही 10 साल बाद लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष मिला है. क्यों पिछले दो चुनावों में कांग्रेस के पास 54 सीट से कम सीट मिले थे.


यानी कांग्रेस के पास 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में संसद का 10 फीसदी सीट शेयर भी नहीं रहा था. इसलिए कांग्रेस सदन में विपक्ष के नेता के तौर पर अपनी दावेदारी ही पेश नहीं कर पाई थी. 2014 में कांग्रेस के पास कुल 44 सीटें थीं और 2019 के लोकसभा चुनाव में 52 सीटें मिली थी, लेकिन 2024 के चुनाव में कांग्रेस के पास 99 सीटें हैं. 


आयोध्या से चुनकर सांसद पहुंचे हैं अवधेश प्रसाद 


राहुल गांधी इस चुनाव में दो जगहों से चुनाव लड़े थे और दोनों ही जगह से उनको जीत मिली थी. रायबरेली की सीट और वायनाड की सीट से चुनाव लड़ थे, जिसके बाद उन्हेंने वायनाड सीट से अपना इस्तीफा दे दिया. अब इस सीट से प्रियंका गांधी चुनाव लड़े वाली हैं. तो वहीं सपा संसद अवधेश प्रसाद अयोध्या की लोकसभा सीट से चुनाव जीत कर सांसद पहुंचे हैं. 


गांधी परिवार को तीसरी बार मिला ये पद 


राहुल गांधी से पहले सोनिया गांधी और राजीव गांधी भी लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं. यानि साफ है कि यह तीसरा मौका है जब गांधी परिवार का कोई सदस्य विपक्ष के नेता के तौर पर अपनी भूमिका निभाएगा. सोनिया गांधी 1999 से 2004 तक नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी संभाल चुकी हैं. तो वहीं राजीव गांधी 1989 से 1990 तक नेता प्रतिपक्ष रहे थे. 


राहुल गांधी को मिलेगी ये खास सुविधा


संसद में विपक्ष के नेता का भूमिका काफी अहम होती है. वो संसद में सभी विपक्षी दलों की आवाज बनते हैं. साथ ही उनके पास अपनी शक्ति और कुछ अहम अधिकार होते हैं. नेता विपक्ष होने के नाते राहुल गांधी पब्लिक अकाउंट, पब्लिक अंडरटेकिंग और एस्टिमेट पर बनाई गई कमिटी का हिस्सा होंगे. उनकी सबसे अहम भूमिका संयुक्त संसदीय समितियों और चयन समितियों में होती है. बता दें किया विपक्ष नेता एक कैबिनेट रैंक का पद है. इसके अपने दत्त हैं. ऐसे में राहुल गांधी को वेतन, भत्ते और पेंशन अधिनियम 1954 की धारा तीन में दर्ज वेतन और हर दिन के भत्ते दिए जाएंगे. 


ये भी पढ़ें: गिरिराज सिंह के बयान पर अखिलेश यादव का पलटवार, केंद्र सरकार के कर डाली बड़ी मांग