Prasad Controversy: आंध्र प्रदेश के तिरुप​ति बालाजी मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए तैयार किए जाने वाले ‘प्रसादम’ में कथित रूप से जानवरों की चर्बी मिलाए जाने की खबर आने के बाद मथुरा में भी खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग (एफएसडीए) सक्रिय हो गया. हालांकि समाजवादी पार्टी सांसद डिंपल यादव ने मथुरा वृंदावन में प्रसाद की गुणवत्ता पर सवाल खड़े कर दिए हैं.


तिरुपति के बाद अब मथुरा में प्रसाद पर सवाल उठाते हुए सपा सांसद डिंपल यादव ने कहा, 'वृंदावन में भी ऐसी ही बातें सुनने को मिल रही हैं कि सही क्वालिटी का खोया इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है. मुझे लगता है कि अब विभाग को कुछ करना चाहिए. सरकार भाजपा की है, उन्हें इस पर काम करना चाहिए.'


मथुरा से पिछले 48 घंटों में अलग-अलग जगहों पर से प्रसाद के रूप में बिक रहे पदार्थों के कुल 13 नमूने एकत्र कर प्रयोगशाला भेजे गये हैं. अधिकारियों ने बताया कि श्रीकृष्ण जन्मभूमि, वृन्दावन के ठा. बांकेबिहारी मंदिर एवं गोवर्धन के दानघाटी मंदिर के बाहर स्थित दुकानों पर से ये नमूने लिये गये हैं.


'तिरुपति प्रसाद विवाद: बृजभूषण शरण सिंह ने कहा- 'यूपी में बिकने वाले घी की भी हो जांच'


वहीं बीजेपी के पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने कहा, 'मैं तो दो साल से कह रहा हूं, कोई मान ही नहीं रहा है. तिरुपति का लड्डू ही क्यों और जांच करा लो, उत्तर प्रदेश में तो इतने घी बिक रहे हैं, एक श्रीमानजी की तो मैंने नाम भी लिया था बाबाजी का, उन्होंने तो हमारे ऊपर मुकदमा कर दिया था. मैं तो धन्यवाद देता हूं कि वहाँ के मुख्यमंत्री का कलेजा था जिसने जाँच कराई, यहां भी कलेजा होना चाहिए, जांच करनी चाहिए.'


उन्होंने कहा कि आज यूपी में पूजा का घी बिक रहा है. तिल का तेल बिक रहा है. जरा जांच कराओ ना.. इसकी भी जांच कराओ. हम अपनी सरकार से मांग करते हैं. पहले बृज भूषण शरण सिंह और अब डिंपल यादव की मांग से उत्तर प्रदेश में सियासी बयानबाजी तेज होने की संभावना है.