Moradabad MP Speaks: मुरादाबाद से समाजवादी पार्टी के सांसद डॉ एसटी हसन ने यूनीफॉर्म सिविल कोड को लेकर बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि वे मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के उस बयान के साथ खड़े हैं जिसमें बोर्ड ने सिविल कोड की मुखालफत की है. सपा सांसद का कहना है कि हिंदुस्तान का संविधान ये इजाजत नहीं देता कि आप किसी के पर्सनल लॉ को खत्म कर सकें, या तो आप प्रजातन्त्र डेमोक्रेसी खत्म कर दो, फिर जो चाहे कर लो.
डॉ एसटी हसन ने कहा कि देश के संविधान ने इस तरह की इजाजत दी है कि हर मजहब के मानने वाले अपने हिसाब उसे फॉलो करें, उनके क़ानून चले, किसी भी कानून में बदलाव हो सकता है, लेकिन पर्सनल लॉ किसी के खत्म नहीं किये जा सकते, ये कानून के खिलाफ है.
सीएए और एनआरसी कानून को लेकर कही ये बात
पिछले कई दिनों से सीएए और एनआरसी कानून को लेकर चल रही राजनीति पर पूछे गए सवाल पर सपा सांसद ने कहा कि इस सरकार का कोई भरोसा नहीं है, सीएए, एनआरसी लागू किया जाएगा तो मुसलमान टारगेट किये जायेंगे, इस लिए मुसलमानों में बड़ी बेचैनी है, और फिक्र है. हम सरकार से डिमांड करते हैं कि इन्हें रदद् कर दिया जाए या ठंडे बस्ते में डाल दिया जाए.
सपा सांसद ने किसानों को शुक्रिया कहते हुए कहा कि उन्होंने सीएए, एनआरसी के लिए भी समर्थन की बात कही है, इसलिए हम किसानों के साथ हैं और उनका शुक्रिया करते हैं. दरअसल सपा सांसद डॉ एसटी हसन किसानों पर पूछे गए उस सवाल का जवाब दे रहे थे, जिसमें किसानों ने कृषि कानून की वापसी के बाद सीएए और एनआरसी पर आंदोलन समर्थन की बात कही है.
सपा सांसद पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव का जन्मदिन मनाने के लिए मुरादाबाद के सपा कार्यालय पहुँचे हुए थे जहाँ पर उन्होंने मीडिया से बात की है.
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