Yoga Day 2023: हर साल की तरह इस बार भी 21 जून को पूरी दुनिया में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day) मनाया जाएगा. लेकिन इससे पहले ही भारत में इसपर सियासी बयानबाजी तेज हो गई है. संभल (Sambhal) से समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के सांसद डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क (Dr Shafiqur Rahman Barq) ने इसपर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए योगी सरकार के मदरसों और दरगाह में योग दिवस का बॉयकॉट किया है.
सपा सांसद ने अपने ताजा बयान में कहा, "मदरसों और दरगाह में योग दिवस की क्या आवश्यकता है? मदरसों में योग दिवस की जगह तालीम दिवस मनाना चाहिए." योगी सरकार के मदरसों और दरगाहों में 21 जून को योग दिवस के फैसले पर सांसद बर्क ने कहा, "मदरसों में योग दिवस की बजाए तालीम दिवस मनाना चाहिए, जिससे मदरसों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को एहसास दिलाया जाए कि तुम कम पड़ रहे हो या क्या पढ़ रहे हो."
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योगी सरकार के फैसलों पर दावा
सांसद बर्क ने कहा, "तालीम दिवस मनाने से छात्र और छात्राओं के इल्म में इजाफा होगा. सरकार चाहती है कि मदरसों में हरासमेंट पैदा हो, मदरसे न चले और मुसलमान बच्चे मजहबी तालीम हासिल न करें." गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर संयुक्त राष्ट्र सचिवालय में योग सत्र की अगुवाई करेंगे. संयुक्त राष्ट्र (यूएन) शांति स्थापना के 75 साल पूरे होने के मौके पर यहां आयोजित एक संगोष्ठी का आयोजन होगा.
संयुक्त राष्ट्र के ‘रेजिडेंट कोऑर्डिनेटर’ शोम्बी शार्प ने कहा कि 2015 से दुनिया ने सही मायने में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को अपनाया है. शोम्बी शार्प ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री (नरेन्द्र) मोदी 21 जून को संयुक्त राष्ट्र सचिवालय में योग सत्र का नेतृत्व करेंगे.’’ उन्होंने कहा, ‘‘योग का महत्व हर कोई समझ गया. यह उन लोकप्रिय अंतरराष्ट्रीय दिनों में से एक है, और वास्तव में बहुत सी चीजों का प्रतीक है. योग ने कोविड-19 महामारी जैसे कठिन समय में लोगों की मदद की.’’