दिल्ली। बाबरी विध्वंस मामले में सभी आरोपियों को बरी किए जाने की मांग को लेकर सपा सांसद शफीकुर रहमान बर्क ने इकबाल अंसारी पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि इकबाल अंसारी सरकार के हाथों बिक चुके हैं. उन्होंने कहा कि इस बात का फैसला अदालत करेगी. इसमें अंसारी को ऐतराज क्यों है. बाबरी विध्वंस मामले को लेकर बर्क एबीपी से बात कर रहे थे.
बर्क से जब कहा गया कि बाबरी मस्जिद के पक्षकार रहे इकबाल अंसारी ने सभी आरोपियों को बरी करने की मांग की है तो उन्होंने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी. सपा सांसद ने कहा, ''इकबाल अंसारी सरकार के हाथों बिक चुके हैं. वे हमारी (मुस्लिमों) बात तो कहेंगे नहीं. वो जो कुछ भी कह रहे हैं अपने मतलब की कह रहे हैं. जहां तक बाबरी मस्जिद गिराए जाने का मामला है तो ये अदालती मामला है. इसका वक्त पर तय होना जरूरी है. इनमें उन्हें (इकबाल अंसारी को) क्या ऐतराज है. मामला अदालत के सामने है तो अदालत तय करे.''
फैसले का नहीं पड़ेगा चुनावों पर असर
सपा सांसद ने इस फैसले का होने वाले उपचुनावों पर असर पड़ने से इनकार किया. उनसे जब पूछा गया कि बाबरी के मामले में फैसला आने का असर मध्यप्रदेश और यूपी में होने वाले उपचुनावों पर भी पड़ेगा तो उन्होंने कहा कि मामले में फैसला आना एक बात है और चुनाव होना दूसरी बात. इस फैसले का चुनावों पर कोई असर नहीं होगा.
ये आया फैसला
गौरतलब है कि 6 दिसंबर 1992 अयोध्या में इकट्ठा हुए हजारों कारसेवकों ने बाबरी मस्जिद का ढांचा गिरा दिया था. कारसेवकों का मानना था कि ढांचे की जगह राम मंदिर था जिसे गिराकर मस्जिद बनाई गई. ढांचा गिराए जाने के मामले में लालकृष्ण आडवाणी समेत कई वरिष्ठ बीजेपी नेताओं को आरोपी बनाया गया था. सभी ढांचा गिराने की साजिश का आरोप था. इस मामले में आज सीबीआई की विशेष अदालत ने फैसला सुनाते हुए कहा कि यह घटना पूर्व नियोजित नहीं थी. गौरतलब है कि इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में राम मंदिर के दावे को सही माना है. कोर्ट ने माना कि विवादित भूमि रामलला की है.
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