सपा-बसपा के गठबंधन में पड़ी गांठ, सांसद बोले- अलग होने से किसी को नहीं होगा फायदा
डॉ बर्क ने कहा की जब यूपी विधानसभा के उपचुनाव में मायावती और अखिलेश यादव अलग-अलग अपने प्रत्याशी उतारेंगे तो गठबंधन तो खुद ही खत्म हो जायेगा और इससे किसी को कोई फायदा नहीं होगा।
संभल, एबीपी गंगा। समाजवादी पार्टी और बीएसपी के बीच हुआ गठबंधन लगभग टूटने की कगार पर है। गठबंधन टूटने को लेकर चल रही खबरों के बीच संभल से समाजवादी पार्टी के सांसद डॉ शफीकुर्रहमान बर्क ने कहा कि मायावती जो कुछ कह रही हैं अगर समाजवादी पार्टी के अंदर ऐसी कोई कमी है तो 'हम समाजवादी लोग एक साथ बैठ कर उसे सुधारेंगे।'
खत्म हो जाएगा गठबंधन
डॉ बर्क ने कहा की जब यूपी विधानसभा के उपचुनाव में मायावती और अखिलेश यादव अलग-अलग अपने प्रत्याशी उतारेंगे तो गठबंधन तो खुद ही खत्म हो जायेगा और इससे किसी को कोई फायदा नहीं होगा। बर्क को लगता है कि गठबंधन में दरार की वजह लोकसभा चुनाव में सपा का कमजोर होना और बीएसपी का मजबूत होना एक वजह है। लोकसभा चुनाव में सपा की पांच सीटों के मुकाबले बीएसपी की दस सीट आने से मायावती को महसूस हो रहा है की वो ज्यादा ताकतवर हैं। बर्क का मानना है की सपा-बसपा के अलग होने से दोनों में से किसी को कोई फायदा नहीं होने वाला है।
प्रयोग था गठबंधन
गौरतलब है कि, बहुजन समाज पार्टी से गठबंधन टूटने के संकेत मिलने के बाद समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने बुधवार को कहा कि यह एक प्रयोग था, कई बार सफलता नहीं मिलती लेकिन कमी का पता चल जाता है। अखिलेश ने कहा, 'तो यह ठीक है कि ट्रायल होता है, कई बार कामयाब नहीं होते हैं लेकिन कम से कम आपको कमी पता चल जाती है।
मायावती का सम्मान
अखिलेश ने यह भी कहा था कि 'मैं आपको भरोसा दिला सकता हूं कि आदरणीय मायावती के लिए जो मैंने पहले दिन कहा था, पहले प्रेस कांफ्रेंस में कि उनका सम्मान मेरा सम्मान होगा। आज भी मैं वही बात कहता हूं और जहां तक सवाल गठबंधन का है, अकेले लड़ने का है क्योंकि अब राजनीति में रास्ता खुला है और अगर उपचुनाव में अकेले अकेले लड़ रहे हैं तो मैं पार्टी के सभी नेताओं से सलाह- मशविरा करके आगे की रणनीति की दिशा में काम करूंगा।'