ST Hasan on Ram Mandir: अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले राम मंदिर के उद्घाटन कार्यक्रम के लिए मुस्लिम इमामों को निमंत्रण दिए जाने पर मुरादाबाद से समाजवादी पार्टी के सांसद डॉ एसटी हसन की प्रतिक्रिया सामने आई है. सपा सांसद ने कहा कि राम चन्द्र को हिंदुस्तान के बहुत से मुसलमान भी यह मानते हैं की वह इमाम उल हिन्द थे, मुसलमान भी उनका सम्मान करते हैं. राम चन्द्र का जो व्यक्तित्व है, उन्होंने इंसानियत को कुरबानी का बहुत बड़ा सबक भी दिया था. यह हिन्दू भाई तय करें की क्या रामचन्द्र जी की यह मर्यादा है कि हम वोट की खातिर उन्हें घसीटें और अपनी राजनीति में ले कर आयें.
इसके साथ ही सपा सांसद ने कहा कि एक 500 साल पुरानी मस्जिद गिरा दें और लोगों को मारे काटें और जेलों में डाल दें. क्या राम चन्द्र जी का यही पैगाम था? यह तो इन लोगों को यहां दुनिया से जाने के बाद मालूम होगा की क्या सही था क्या गलत था. सपा सांसद डॉ एसटी हसन आज अपने परिवार के साथ उमराह करने के लिए सऊदी अरब की यात्रा पर जाने से पहले मीडिया से बात कर रहे थे.
सपा नेता ने कहा कि सऊदी अरब में उमराह के दौरान हम अपने देश की तरक्की, अमन, सुकून और आपसी भाईचारे के साथ देश को सुपर पावर बनाने के लिए दुआ करेंगे. धर्म को राजनीति से दूर रखना चाहिए हम मक्का मदीना में अल्लाह से दुआ करेंगे की हमारा देश तरक्की करे और साम्प्रदायिक सौहार्द बना रहे सब खुशहाल रहें. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटी के सवाल पर कहा की मुझे कहना नहीं चाहिए लेकिन गारंटी का ढोल बहुत बज रहा है. पीएम मोदी जब आये थे तो लोगों को यह धोखा दिया गया था कि 15 लाख रुपये हर आदमी के खाते में आएंगे. वह गारंटी कहां गई दो करोड़ नौकरियों की बात कही गई थी और वह गारंटी कहां गई. जब नोट बंदी की गई तो कहा गया था कि काला धन वापस आ जायेगा. आतंकवाद खत्म हो जायेगा, जाली नोट खत्म हो जाएंगे, क्या कुछ हुआ वह गारंटी कहां गयी.
सपा सांसद ने कहा कि अगर आज राम मंदिर बन रहा है तो वह सुप्रीम कोर्ट के फैसले से बन रहा है. सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाया और ट्रस्ट राम मंदिर बनवा रहा है, अब अगर कोई राजनितिक पार्टी अपनी पीठ को थपथपा रही है लोगों को क्यों धोखा दे रही है? क्या सुप्रीम कोर्ट ने आपके कहने पर फैसला सुनाया है. क्या सुप्रीम कोर्ट किसी के दबाव में आ सकता है, ये तो कोर्ट की अवमानना होगा अगर कोई ऐसा कहता है एक मामला खत्म हो गया अब उसे क्यूं कुरेदतें हैं.