UP News: समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता और चंदौली से सांसद वीरेंद्र सिंह ने यूपी सराकर की कार्यप्रणाली और नीतियों पर सवाल उठाए हैं. सपा नेता एबीपी न्यूज से बातचीत के दौरान कहा कि डिंपल यादव जी ने मथुरा-वृंदावन मंदिर के प्रसाद की शुद्धता को लेकर जो कुछ भी कहा है कि वो निश्चित ही पूरी प्रामाणिकता के साथ कहा होगा. यह आस्था का विषय है. इस मामले में पूरी निष्पक्षता के साथ जल्द से जल्द जांच करानी चाहिए.
सपा सांसद ने मांग की कि मथुरा वृंदावन में मिलने वाले प्रसाद की जांच होनी चाहिए. इसके साथ साथ ही हमारी मांग है कि देश के सभी धार्मिक स्थलों के लिए नॉन गवर्नमेंटल ट्रस्ट को स्थापित करना चाहिए. सरकार का मंदिरों पर से पूरी तरह अधिकार को खत्म कर देना चाहिए. सरकार को केवल निगरानी कमेटी के रूप में रखा जाना चाहिए. सरकार मंदिरों को रेवेन्यू उगाही का केंद्र बना चुकी है. मंदिरों के प्रसाद व अन्य सामग्री के लिए जो भी सामान सप्लाई होता है उन सब की जांच होनी चाहिए.
एनकाउंटर पर भी उठाए सवाल
सपा सांसद ने सुल्तानपुर डकैती मामले में अनुज प्रताप सिंह के एनकाउंटर को लेकर सपा सांसद ने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष जी का जवाब देने के बजाय सरकार यह नॉरेटिव बना रही है कि हम एक जाति विशेष का भी एनकाउंटर करते हैं. प्रदेश की जनता सब कुछ देख रही है और भली-भांति समझ रही है. अयोध्या के सांसद अवधेश प्रसाद सिंह के बेटे दर्ज मामले को लेकर उन्होंने कहा कि ये सरकार दो तरीके से काम करती है. अगर विपक्ष का कोई नेता हो उसको फंसाने के लिए अलग-अलग तरीके के नेरेटिव तय किए जाते हैं लेकिन जब उसके ही पदाधिकारी फंसते हैं तो उसमें सरकार का एक अलग तरीका होता है.
चंदौली से पूर्व सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ महेंद्र नाथ पांडे को मिलने वाली सुरक्षा पर उन्होंने कहा कि सबसे पहले चंदौली के पूर्व सांसद को यह बताना चाहिए कि उन्हें किसी माफिया और अपराधी से खतरा है. यह पूरी चंदौली की जनता जानना चाहती है. हकीकत तो यह है कि उनसे ज्यादा हमें सुरक्षा की जरूरत है, इस पर विचार करना चाहिए.
'हर मामले में सपा नेता का नाम क्यों?' अवधेश प्रसाद के बेटे को लेकर ओम प्रकाश राजभर ने साधा निशाना