Zia ur Rahman Barq on Places of Worship Act: प्लेसेस ऑफ वर्शिप एक्ट के खिलाफ याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए आज गुरुवार (12 दिसंबर) को सुप्रीम कोर्ट ने धार्मिक स्थलों के सर्वे पर रोक लगा दी है. सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले पर समाजवादी पार्टी के सांसद जिया उर रहमान बर्क की प्रतिक्रिया आई है. सपा सांसद ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया है.
सपा सांसद ने कहा कि मुझे बहुत खुशी और मैं सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले का मैं स्वागत करता हूं, यकीनन देश इस फैसले का इंतजार कर रहा था. क्योंकि जिस प्रकार से चंद लोग जो इस प्लेसेस ऑफ वर्शिप एक्ट पर नजर बनाए हुए थे और जिसका पालन नहीं करके लगातार उल्लंघन हो रहा था.
सपा सासंद ने कहा कि अब हम उम्मीद करते हैं कि सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले से जो इस प्रकार की घटनाओं को अंजाम दे रहे थे उन पर रोक लग जाएगी. सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले को निचली अदालत हों या जनता हो सभी मानने को तैयार हैं. जिस प्रकार से सर्वे के नाम पर संभल में जो तांडव हुआ अब वो रुक जाएगा. हम उम्मीद करते हैं कि आने वाले समय में प्लेसेस ऑफ वर्शिप एक्ट का पालन करने के लिए एक आदेश सुप्रीम कोर्ट की तरफ से आएगा.
सुप्रीम कोर्ट में आज प्लेसेस ऑफ वर्शिप एक्ट 1991 को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुनवाई के दौरान एडवोकेट महमूद प्राचा ने कहा, "हजारों मस्जिदों को मंदिर साबित करने की कोशिश की जा रही है. जब तक यह मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है, तब तक कोई भी निचली अदालत इस मामले से जुड़ा कोई आदेश पारित नहीं कर सकती. प्लेसेस ऑफ वर्शिप एक्ट 1991 के अनुसार कोई भी व्यक्ति इस मामले को लेकर कोर्ट नहीं जा सकता."
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