UP News: फिल्म अभिनेत्री और बीजेपी सांसद कंगना रनौत के तीन कृषि कानून लागू दोबारा लाने की मांग पर समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने पलटवार किया है. सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क कहा कि बीजेपी सिर्फ मुसलमानों की ही विरोधी नहीं है बल्कि यह किसान विरोधी भी है, किसान हर धर्म में होते हैं. सपा सांसद ने कहा कि किसानों ने अपनी तमाम कुर्बानियां दे कर नए कृषि कानूनों को खत्म कराया था. मुझे अफसोस है कि बीजेपी की सांसद उन रद्द कानूनों को दोबारा लागू कराने की बात कह रही हैं यह सोच किसान विरोधी है.
सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने कहा कि किसानों ने लोकसभा चुनाव में बीजेपी को सबक सिखाने का काम किया है. बाकी आने वाले समय में जो कसर बाकी है वह भी दूर हो जाएगी. सपा सांसद ने कहा कि यूपी में अधिकारी अपनी सरकार चला रहे हैं उनके खिलाफ बीजेपी के विधायक और नेता ही आवाज उठा रहे हैं तो क्या अब सीएम योगी उनके घरों पर भी बुलडोजर चलवाएंगे?
सपा नेता ने कहा कि अगर विपक्ष का कोई विधायक या नेता विरोध करता तो ये कहते कि यह विपक्ष के लोग प्रोपेगेंडा कर रहे हैं लेकिन अब तो सरकार को समझना चाहिये चाहे आगरा की बात हो या पीलीभीत की भाजपा के लोग ही विरोध कर रहे हैं. इस सरकार को नेता या मंत्री नहीं चला रहे बल्कि अधिकारी चला रहे हैं सरकार को अपनी तनाशाही खत्म करनी चाहिये. जब इनके विधायकों और मंत्रियों की बात नहीं सुनी जा रही तो जनता का क्या हाल होगा आप अंदाजा लगा लीजिए.
क्या बोलीं थीं बीजेपी सांसद कंगना रनौत
बता दें कि बीजेपी सांसद कंगना रनौत ने कहा था, "मुझे पता है कि यह विवादास्पद होगा... लेकिन मुझे लगता है कि निरस्त किए गए कृषि कानूनों को वापस लाया जाना चाहिए. किसानों को खुद इसकी मांग करनी चाहिए. वे देश के विकास के स्तंभ हैं. मेरी उनसे अपील है कि अपने भले के लिए कानूनों की वापसी की मांग करें." हालांकि कंगना ने बाद में अपने बयान को लेकर स्पष्ट किया कि ये उनके निजी विचार थे. वह पार्टी के रुख का प्रतिनिधित्व नहीं करतीं.