Gyanvapi News: ज्ञानवापी पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान पर संभल के सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने पलटवार किया है. सपा ने कहा कि मुख्यमंत्री का बयान कोर्ट की अवहेलना है. इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट को संज्ञान लेना चाहिए क्योंकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कोर्ट से ऊपर हो गए हैं. जो वह खुद कोर्ट के फैसले ले रहे हैं.


उन्होंने कहा कि सीएम योगी आदित्यनाथ इस प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं. उन्हें ऐसी भाषा नहीं बोलनी चाहिए. मुसलमान ज्ञानवापी में नमाज पढ़ते हैं इसलिए इसे मस्जिद कहा जाता है. उन्होंने कहा कि लोक सभा चुनाव में हार के बाद से योगी आदित्यनाथ हीन भावना से ग्रसित हैं इसलिए वह इस तरह का बयान दे रहे हैं. इस तरह का बयान देकर वह चुनाव में हिंदू मुस्लिम करना चाहते हैं.


सपा सांसद ने कहा कि लेकिन हिंदू भी अब बीजेपी से पनाह मांग चुके हैं अब इनके बहकावे में कोई नहीं आने वाला है. आने वाले समय में प्रदेश में इंडिया गठबंधन और सपा की सरकार बनेगी. मैं योगी आदित्यनाथ के इस बयान की निंदा करता हूं. वहीं मठाधीश वाले बयान पर अखिलेश यादव का बचाव करते हुए सपा सांसद ने कहा कि भाजपा के जो लोग संतों का चोला पहन कर अपराध कर रहे हैं.


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सपा प्रमुख के बयान पर क्या कहा
जियाउर्रहमान ने कहा कि अखिलेश यादव ने उन्हें कहा था उन्होंने संतों का विरोध नहीं किया. भाजपा के जो लोग संतों की आड़ में राजनीति कर रहे हैं. उनके लिए अखिलेश यादव ने कहा था. गौरतलब है कि सीएम योगी के बयान के बाद ही राज्य में उसपर बयानबाजी तेज हो गई है.


बता दें कि सीएम योगी ने बीते वाराणसी दौरे पर कहा था कि ज्ञानवापी को 'मस्जिद' कहना 'दुर्भाग्यपूर्ण' है. यह खुद में भगवान विश्वनाथ का एक सच्चा स्वरूप है. उन्होंने तब वाराणसी में भगवान विश्वनाथ के साथ शंकर की मुलाकात के बारे में एक किस्सा सुनाया था.