Waqf Amendment Bill: लोकसभा में आज 8 अगस्त (गुरुवार) को वक्फ बोर्डों को नियंत्रित करने वाले कानून में संशोधन से संबंधित विधेयक को पेश किया गया. जिसका विपक्ष के सांसदों ने जमकर विरोध किया, जिसके बाद इस बिल को संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के पास भेजने की अनुशंसा की गई. वहीं इस बिल को लेकर  समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर रहमान बर्क ने सरकार पर हमला बोला.


उत्तर प्रदेश की संभल सीट से समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर रहमान बर्क ने कहा कि अगर सरकार की नीयत साफ होती तो सरकार इस बिल को ही नहीं लेकर आती, सरकार की नीयत में खोट है. जो सरकार बताना चाहती है कि यह बिल मुसलमानों के हित में है तो हम बताना चाहते हैं कि हमारे लोग समझ सकते हैं कि हमारे हित में क्या है. अगर वाकई में आप हमारे हित में बिल लाना चाहते हैं तो पहले मुस्लिम समाज के जिम्मेदार लोगों से बात करते फिर देखते हैं कि इस बिल में संशोधन करने से क्या फायदा होगा.


सपा सांसद ने कहा कि आप हिंदू मुस्लिम के नाम पर बांटना चाहते है और हमारे अधिकारों का उल्लंघन करना चाहते हो. इस बिल को लेकर सपा ने और इंडिया गठबंधन ने विरोध किया, इसके बीजेपी ने इस बिल को जेपीसी को भेजना का काम किया है. हम उम्मीद करते हैं कि जब जेपीसी में इस बिल पर चर्चा होगी तो बीजेपी की सरकार को इस बिल को वापस लेना पड़ेगा. चारधाम कमेटी और पंजाब के अंदर सिख कमेटी में कहां कोई हिंदू समाज का व्यक्ति है, फिर क्यों आप जबरदस्ती इसमें संशोधन कर रहे हैं. 


बता दें कि वक्फ (संशोधन) विधेयक 2024 का समर्थन करते हुए केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा, "इस विधेयक से किसी भी धार्मिक संस्था की स्वतंत्रता में कोई हस्तक्षेप नहीं होगा. किसी के अधिकार छीनने की बात तो भूल ही जाइए, यह विधेयक उन लोगों को अधिकार देने के लिए लाया गया है जिन्हें कभी अधिकार नहीं मिले."


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