UP Politics: सपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में 'MY' समीकरण पर जोर, जानिए- किस वर्ग से कितने बने सदस्य
समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ने रविवार को अपनी 64 सदस्यों वाली राष्ट्रीय कार्यकारणी का एलान कर दिया गया. इसमें 'MY' समीकरण को साधने पर पूरा जोर दिया गया है.
UP News: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में जाति, उम्र और समाज का पूरा ध्यान रखा गया है. कार्यकारिणी के 64 चेहरों में 10 यादव, नौ मुस्लिम, पांच कुर्मी, चार ब्राह्मण, सात दलित और 16 अति पिछड़े वर्ग के नेताओं को रखा गया है. हालांकि सपा की पिछली कार्यकारिणी में 55 सदस्य थे यानी इस बार नौ सदस्यों को बढ़ा दिया गया है.
सपा की पिछली कार्यकारिणी में सात यादव, आठ मुस्लिम, तीन ब्राम्हण, तीन कुर्मी, पांच दलित और 11 अन्य पिछड़े वर्ग के लोग शामिल थे. राष्ट्रीय कार्यकारिणी में परिवार के सदस्यों को भी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई है. अभी तक अखिलेश यादव के बाद प्रोफेसर रामगोपाल यादव और उनके बेटे अक्षय यादव कार्यकारिणी में शामिल थे. अब शिवपाल सिंह यादव, तेज प्रताप यादव और धर्मेंद्र यादव को भी कार्यकारिणी में शामिल किया गया है.
चाचा शिवपाल को झटका
सपा की नई कार्यकारिणी में शामिल 10 यादव में से छह परिवार के ही सदस्य हैं. कार्यकारिणी में पूर्व की तरह पांच महिलाओं को भी शामिल किया गया है. जूही सिंह को कार्यकारिणी से हटाकर उनकी जगह महिला सभा की निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष लीलावती कुशवाहा को जगह दी गई है. राष्ट्रीय कार्यकारिणी में शिवपाल सिंह यादव के साथियों को कोई तवज्जो नहीं मिली है. सपा से अलग होते समय शिवपाल के साथ जाने वालों को कार्यकारिणी से दूर रखा गया है.
राष्ट्रीय कार्यकारिणी में रामगोपाल यादव को राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव की जिम्मेदारी दी है. इस कार्यकारिणी में चाचा शिवपाल यादव को राष्ट्रीय महासचिव बनाया गया है. वहीं विवादों में चल रहे स्वामी प्रसाद मौर्य को भी राष्ट्रीय महासचिव की जिम्मेदारी दी गई है. इसके साथ ही सुंदीप रंजन सेन को राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष और किरनमय नन्द को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया है. जबकि 14 नेताओं को पार्टी का राष्ट्रीय महासचिव बनाया गया है. पार्टी ने 17 नेताओं को राष्ट्रीय सचिव की जिम्मेदारी दी गई है और 21 नेताओं को राष्ट्रीय सचिव बनाया है.