Lok Sabha Election 2024: उत्तर प्रदेश में आगामी लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस और सपा के बीच इंडिया गठबंधन के तहत डील हुई है. बीजेपी के खिलाफ बने इस गठबंधन में कुछ छोटे दलों को रखने की तैयारी है. इस गठबंधन के तहत समाजवादी पार्टी ने कांग्रेस को 17 सीट दी हैं. अब राज्य में राज्य में सपा आगामी चुनाव में 63 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी. इसके लिए पार्टी ने 31 उम्मीदवारों का एलान भी कर दिया है.
लेकिन यूपी की कुछ ऐसी सीटें हैं जहां अखिलेश यादव की पार्टी कभी चुनाव नहीं जीत पाई है. ऐसी सीटें राज्य में 9 हैं जहां सपा कभी लोकसभा चुनाव नहीं जीत पाई है. इन सीटों में अमेठी, रायबरेली, वाराणसी, बागपत, गौतम बुद्ध नगर, गाजियाबाद, फतेहपुर सीकरी, हाथरस और कानपुर हैं. इन सीटों में दो सीट कांग्रेस का पुराना गढ़ है. जबकि इसके अलावा वाराणसी, गौतम बुद्ध नगर और कानपुर मुख्य तौर पर शहरी सीटें हैं.
इन सीटों पर केवल एक बार जीती सपा
खास बात ये है कि अब ये सभी सीटें गठबंधन के तहत अब कांग्रेस के हिस्से में है. इन सभी सीटों पर कांग्रेस के प्रत्याशी होंगे और गठबंधन के तहत कांग्रेस चुनाव लड़ेगी. इनमें ज्यादातर ऐसी सीट है जहां बीजेपी काफी मजबूत है और उन सीटों को राजनीति के जानकार बीजेपी के गढ़ बताते रहे हैं. हालांकि इसके अलावा कांग्रेस को दी गई 6 सीटें ऐसी भी हैं जहां सपा अभी तक केवल एक बार चुनाव जीती है.
सपा जिन सीटों पर केवल एक बार अब तक चुनाव जीती है वो सीटें हैं- अमरोहा, सहारनपुर, बुलंदशहर, झांसी, सीतापुर और महाराजगंज. सपा अमरोहा में 1996, सहारनपुर में 2004, बुलंदशहर में 2009, झांसी में 2004, सीतापुर में 1996 और महाराजगंज में 1999 में चुनाव जीती थी. लेकिन इस चुनाव के बाद सपा इन सीटों पर कभी भी जीत दर्ज नहीं कर पाई है.
अब गठबंधन के तहत इन सभी सीटों पर कांग्रेस के उम्मीदवार मैदान में होंगे. जाहिर सी बात है कि सपा की कमजोरी अब कांग्रेस के हवाले होगी. हालांकि ये तो आने चुनाव के रिजल्ट ही बता पाएंगे कि अब इन सीटों पर कांग्रेस का प्रदर्शन कैसा रहता है.