उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की राजधानी लखनऊ में शुक्रवार को समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ने रैली की. इस रैली में भारतीय जनता पार्टी के बागी नेता सपा में शामिल हुए. हालांकि इस कार्यक्रम पर लखनऊ के जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश (Lucknow District Magistrate Abhishek Prakash) ने कहा है कि इसकी अनुमति नहीं ली गई थी. DM अभिषेक प्रकाश ने कहा कि समाजवादी पार्टी का कार्यक्रम बिना अनुमति हो रहा है. सूचना मिलने पर मजिस्ट्रेट के साथ पुलिस टीम को सपा के दफ्तर भेजा गया है. रिपोर्ट के आधार पर जरूरी कार्रवाई की जाएगी.


लखनऊ में हुई इस रैली में सपा में स्वामी प्रसाद मौर्य, धर्म सिंह सैनी, बृजेश प्रजापति, भगवती प्रसाद सागर, मुकेश वर्मा, रोशन लाल वर्मा, विनय शाक्य, अपना दल के चौधरी अमर सिंह, युसुफ अली, नीरज मौर्य, हरपाल सैनी शामिल हुए. इसके साथ ही बलराम सैनी, राजेंद्र प्रताप सिंह पटेल, अयोध्या प्रसाद पाल, बंशी सिंह पहड़िया, अमर नाथ सिंह मौर्य, प्रदीप चौधरी पार्टी में शामिल हुए. वहीं  मंत्री पद छोड़ने वाले दारा सिंह चौहान अलग से 16 जनवरी को अपने समर्थकों के साथ सपा की सदस्यता लेंगे.


गौरतलब चुनाव आयोग (Election commission) ने 15 जनवरी तक के लिए रैलियों पर रोक लगा रखी थी. आयोग ने कहा था कि सभी दलों को कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना होगा. नियमों का पालन ना करने की दशा में राजनीतिक दलों को सख्त कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई है. 


रैली को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने चुनाव आयोग के नियमों का जिक्र तो किया लेकिन मंच से लेकर रैली स्थल तक कहीं भी कोविड प्रोटोकॉल का पालन नहीं दिखा. अखिलेश ने कहा कि हम चुनाव आयोग के नियमों का पालन करेंगे और डिजिटली चुनाव प्रचार करेंगे. लखनऊ में हुई इस रैली में मंच पर बड़ी संख्या में नेता थे लेकिन मास्क बहुत कम लोगो ने लगा रखे थे. वहीं सोशल डिस्टेंसिंग का भी अभाव दिखा.


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