UP Politics: समाजवादी पार्टी से बगावत कर लोकसभा चुनाव में दौरान बीजेपी में शामिल होने वाले विधायक मनोज पांडे के खिलाफ अब पार्टी ने कार्रवाई की तैयारी कर ली है. विधानसभा में उनके नाम के पर काली पट्टी चिपका दी गई है. जिसके बाद मनोज पांडे बुरी तरह तिलमिला गए हैं. कार्रवाई की खबर से गुस्साए बागी विधायक ने कहा कि हम इसका कानूनी और वैधानिक तरीके से जवाब देंगे. 


बुधवार को यूपी विधानसभा में लगी सपा विधानमंडल दल की नेम प्लेट पर उनके नाम पर काली पट्टी लगा दी गई. वहीं सपा ने चुनाव के बाद अब बागियो पर सख्त कार्रवाई के भी संकेत दिए हैं. माना जा रहा है कि जल्द ही सपा मनोज पांडे समेत सभी बागी विधायकों की सदस्यता को रद्द करने के लिए पत्र लिखने जा रही है. जिस पर मनोज पांडे की प्रतिक्रिया आई है. 


सपा पर भड़के बागी विधायक मनोज पांडे
मनोज पांडे ने 'यूपी तक' से बात करते हुए कहा कि इसकी चर्चा यहां करना ठीक नहीं हैं. इस पर जहां चर्चा होगी वहां इसका क़ानूनी और वैधानिक तरीके से जवाब दिया जाएगा. वहीं रायबरेली में मिली करारी हार पर उन्होंने कहा कि चुनाव में हार और जीत दो ही परिणाम होते हैं. हार से विचलित नहीं होना चाहिए ये जनता का जनादेश है. आगे जहां हमसे जनता की सेवा में कमियां रह गई हैं उन्हें हम ढूंढेंगे और उस पर काम करेंगे. 


बागी विधायक ने कहा, जीवन जीने का मकसद पद पर रहना नहीं है. जीवन जीने का मकसद है गरीब, पिछड़े, दलितों का भाइयों का भला करना है. चुनाव में जो कमियां हुई उन्हें हम दूर करके निश्चित रूप से आने वाले दिनों में आपको फिर मज़बूती से खड़े दिखाई देंगे.  


बता दें कि रायबरेली की ऊंचाहार सीट से विधायक मनोज पांडे अखिलेश यादव के बेहद करीबी माने जाते थे और सपा के मुख्य सचेतक पद पर थे.  राज्यसभा चुनाव में उन्होंने सपा से बगावत कर बीजेपी के पक्ष में वोट दिया था. माना जा रहा था कि बीजेपी उन्हें रायबरेली सीट से टिकट दे सकती है लेकिन, ऐसा नहीं हुआ. वहीं अब सपा ने उन पर सख्त कार्रवाई के संकेत दिए हैं. जिसके बाद उनकी मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है. 


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