Samajwadi Party in Kanpur: उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही एक बार फिर से जातीय समीकरण साधने का सिलसिला शुरू हो गया है. एक तरफ बहुजन समाज पार्टी प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन के नाम पर ब्राह्मणों को रिझाने के प्रयास कर रही है, तो वहीं समाजवादी पार्टी ने प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन के जवाब में पिछड़ा वर्ग सम्मेलन की शुरुआत कर दी है. समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने पार्टी से पिछड़ों को जोड़ने की जिम्मेदारी समाजवादी पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष राजपाल कश्यप को सौंपी है. 


सम्मेलन में बीजेपी पर किया हमला 


पिछड़ा वर्ग सम्मेलन के दूसरे चरण की शुरूआत अगस्त क्रांति दिवस के मौके पर कानपुर से की गई. सम्मेलन के दौरान पिछड़ा वर्ग के लोगों को बताया गया कि, किस तरह से बीजेपी ने उनसे जो वादा किया था, वह पूरा नहीं किया. इसके साथ ही उन्हें आश्वासन दिया गया कि, सपा की सरकार आएगी तो पिछड़ों के लिए कल्याणकारी योजनाएं लागू की जाएंगी. पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के अध्यक्ष राजपाल कश्यप ने कहा कि, बीजेपी ने पिछड़ों की बदौलत पिछली बार सरकार बनाई थी. बीजेपी ने पिछड़ों के साथ किए गए किसी भी वादे को पूरा नहीं किया. 


बीजेपी पिछड़ों को आरक्षण नहीं दिया


सपा की सरकार थी, जब बीजेपी कहती थी की यादवों को एसडीएम बना दिया गया है. अब बीजेपी की सरकार है तो बीजेपी यह क्यों नहीं बताती कि कितने यादव को सपा सरकार में एसडीएम बनाया गया था. इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि, बीजेपी ने पिछड़ों को नौकरियां नहीं दी और उनके हिस्से का आरक्षण भी उनको नहीं दिया. वह सपा मुखिया के नेतृत्व में पिछड़ों को जोड़ने के अभियान में निकले हैं. राजपाल कश्यप ने कहा कि, पहले चरण में पूर्वांचल के 10 जिलों में पिछड़ा वर्ग सम्मेलन का आयोजन किया गया था, जिसका बढ़िया रिस्पॉन्स मिला है. सपा का पूर्व दस्यु सुन्दरी फूलन देवी के गांव में सम्मेलन होगा.


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