लखनऊ: समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल का कहना है कि उत्तर प्रदेश और बिहार में समान रूप से लॉकडाउन के नियम हैं. बिहार में विधान परिषद की शिक्षक और स्नातक सीटों के लिए निर्वाचन कार्यक्रम की चुनाव आयोग ने घोषणा कर दी है, वहीं उत्तर प्रदेश में चुनाव टालने की साजिश हो रही है.


यूपी को रखा अलग
यूपी और बिहार में विधान परिषद की शिक्षक और स्नातक सीटें 6 मई 2020 से खाली हैं और निर्वाचन आयोग ने 3 अप्रैल 2020 को निर्वाचन क्षेत्रों के लम्बित चुनाव एक साथ कोरोना महामारी और लॉकडाउन को देखते हुए आगे बढ़ा दिए थे. चुनाव आयोग ने बाद में 25 सितम्बर 2020 को बिहार विधान परिषद (शिक्षक/स्नातक) निर्वाचन कार्यक्रम जारी कर दिया है लेकिन यूपी को इससे अलग रखा गया है.


चुनाव टालना चाहती है यूपी सरकार
नरेश उत्तम पटेल ने कहा कि यूपी सरकार स्नातक/शिक्षक चुनाव टालना चाहती है क्योंकि उसे इन चुनावों में अपनी करारी हार का एहसास हो गया है. उत्तर प्रदेश में चुनाव टलने के कारण फिर से नई मतदाता सूची बनाने में समय व्यर्थ होगा. जब बिहार में स्नातक/शिक्षक क्षेत्रों में मतदान होने जा रहा है तो उत्तर प्रदेश में कौन सी विपरीत स्थिति पैदा हो गई है. इससे तो निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव पर ही सवाल उठेंगे. चुनाव आयोग को उत्तर प्रदेश में भी विधान परिषद के शिक्षक/स्नातक क्षेत्रों के लिए निर्वाचन की तारीखें बिहार के साथ ही घोषित करना चाहिए.


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