Delhi Assembly Elections 2025: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में साल 2025 में विधानसभा चुनाव होने हैं जिसे लेकर सियासी हल्को में सुगबुगाहट तेज हो गई है. दिल्ली के गाजीपुर सहित 11 क्षेत्रों के अवैध डेयरी संचालकों ने इस साल अगस्त में लखनऊ आकर समाजवादी पार्टी चीफ अखिलेश यादव से मुलाकात की. इन मुलाकात से अटकलों का बाजार गर्म हो गया है कि समाजवादी पार्टी दिल्ली विधानसभा चुनाव में भी टाल ठोकेगी. टिकट के दावेदार दिल्ली से लखनऊ तक चक्कर काट रहे हैं. लेकिन दिल्ली में संगठन की कमजोर स्थिति और यूपी 2027 विधानसभा चुनाव को देखते हुए हरियाणा की तरह ही दिल्ली से बैकफुट हो सकती है.
हालांकि, सपा चीफ अखिलेश यादव की तरफ से दिल्ली चुनाव कोई निर्णय नहीं लिया गया है. सूत्रों का कहना है कि, संसद के शीतकालीन सत्र के समाप्त होने के बाद लखनऊ वापस लौटने पर अखिलेश यादव दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर कोई फैसला ले सकते हैं. लोकसभा चुनाव के नतीजों से उत्साहित सपा प्रमुख पार्टी को राष्ट्रीय दर्जा दिलाने के लिए दूसरे राज्यों में भी विधानसभा चुनाव लड़ने की घोषणा की थी.
2027 'आप' के साथ गठबंधन कर सकती है पार्टी
हाल ही में हुए हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, झारखंड, महाराष्ट्र चुनाव और उत्तर प्रदेश की नौ विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में सपा और इंडिया एलायंस के बीच बढ़ती दूरी ने राष्ट्रीय दर्जा पाने के लिए जुटी पार्टी की राह कठिन कर दी. उपचुनाव में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद अब सपा की उम्मीदें दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर थीं.
पार्टी के सूत्रों का कहना है कि 2027 के विधानसभा चुनाव में दिल्ली से सटी उत्तर प्रदेश की कुछ विधानसभा सीटों पर सपा आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन का रास्ता खुला रखना चाहती है. सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी कहते हैं कि दिल्ली में पूर्वांचल से जुड़े और मुस्लिम मतदाताओं की खासी संख्या है. हालांकि वहां हमारा संगठन उतना मजबूत नहीं है कि हम अभी चुनाव लड़ सके. उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली से वापस लौटकर राष्ट्रीय अध्यक्ष ही इस पर अंतिम निर्णय लेंगे.
ये भी पढ़ें: संसद: पीएम मोदी की इस बात पर मुस्कुराने लगे अखिलेश यादव और डिंपल, अवधेश प्रसाद भी हंसे