रायबरेली. उपचुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है हर उस मुद्दे पर समाजवादी पार्टी भाजपा को घेरने की कोशिश कर रही है जिस पर भाजपा की कड़ियां कमजोर नजर आती हैं. ऐसा ही आज सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली में भी देखने को मिला. जहां सपा कार्यकर्ताओं ने भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा और हंगामा काटते हुए सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाने से भी बाज नहीं आए.


कलेक्ट्रेट परिसर में पहुंचे सपा कार्यकर्ताओं ने सरकार विरोधी नारे लगाए तो सिटी मजिस्ट्रेट ने ज्ञापन लेने से मना कर दिया. हालांकि, बाद में अपर जिलाधिकारी ने ज्ञापन लेकर किसी तरह उन्हें शांत कराया.


सपाइयों ने सिटी मजिस्ट्रेट मुर्दाबाद के लगाए नारे


समाजवादी पार्टी के सभी पदाधिकारी, वर्तमान व पूर्व विधायक सहित सैकड़ों कार्यकर्ता जिला मुख्यालय पहुंचे. जैसे ही कलेक्ट्रेट परिसर में सपा कार्यकर्ता पहुंचे वैसे ही नारेबाजी करनी शुरू कर दी. सरकार विरोधी नारे लगाते हुए कलेक्टर ऑफिस के सामने पहुंचे. किसान विरोधी सरकार, नहीं चलेगी, नहीं चलेगी, निकम्मी सरकार, जैसे नारे कलेक्टर ऑफिस के सामने गूंजते रहे. वहां उपस्थित पुलिसकर्मियों ने मामला शांत कराने की कोशिश की और सिटी मजिस्ट्रेट युगराज सिंह ने ज्ञापन लेने से मना कर दिया. जिस पर सपाइयों ने हंगामा काटना शुरू कर दिया और सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय के अंदर चले गए. इस पर सपाइयों ने सिटी मजिस्ट्रेट मुर्दाबाद के नारे भी लगाए.


सीओ सिटी के समझाने के बाद माने सपाई


हंगामा काट रहे सपा कार्यकर्ताओं को शहर कोतवाल अतुल सिंह ने काफी समझाने बुझाने का प्रयास किया. जब हंगामा बंद नहीं हुआ तो सीओ सिटी अंजनी कुमार चतुर्वेदी को सूचना दी गयी. सीओ सिटी मौके ने पर पहुंचकर सपा विधायकों व कार्यकर्ताओं को किसी तरह समझाया बुझाया. काफी मशक्कत के बाद सपा कार्यकर्ताओ ने हंगामा काटना तो बंद कर दिया लेकिन आक्रोश ठंडा नहीं पड़ा था. हंगामा शांत होने के बाद अपर जिलाधिकारी प्रेम प्रकाश उपाध्याय मौके पर पहुंच कर ज्ञापन लिया और मामले को शांत कराने का प्रयास किया. पूर्व विधायक राम लाल अकेला, पंजाबी सिंह, विधायक मनोज पांडेय, विनोद यादव सहित अन्य लोगों ने ज्ञापन देकर धरना समाप्त किया.


जमकर उड़ी सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां


ज्ञापन देने पहुंचे सपा कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा काटा और सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाने से भी बाज नहीं आए. सपा कार्यकर्ता ना तो मास्क लगाए दिखे और ना ही सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों को ही मानते दिखे. पुलिस हंगामे को रोकने में व्यस्त तो जरूर थी लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग पर किसी प्रशासनिक अधिकारी की नजरे नहीं गई और ना ही किसी प्रशासनिक अधिकारी ने सोशल डिस्टेंसिंग के मद्देनजर कोई कार्रवाई की. बताते चलें कि जिले में धारा 144 लागू है, जहां समूह में लोग इकट्ठा नहीं हो सकते लेकिन सपा कार्यकर्ताओं ने धारा 144 की भी जमकर धज्जियां उड़ाईं.


सपा विधायक का बयान


ऊंचाहार के सपा विधायक मनोज कुमार पांडेय ने कहा कि उत्तर प्रदेश में जिस तरीके से कानून व्यवस्था खराब है, महिलाओं के अपराध में पूरे भारत में उत्तर प्रदेश नंबर एक पर है, रोज बेटियों की हत्याएं हो रही हैं. समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश की ओर से बेटियों और बच्चियों पर हो रहे अपराध को देखते हुए ज्ञापन प्रदेशव्यापी निर्णय था. ज्ञापन देने समाजवादी पार्टी यहां आई थी. यहां पर मौजूद एक अधिकारी पीछे से जिसको जिम्मेदारी दी गई थी, जो ज्ञापन लेंगे वो बोले कि हम ज्ञापन नही लेंगे समय बहुत हो गया है. आज लोकतंत्र की हत्या है. लोकतंत्र में ज्ञापन देना विपक्ष का अधिकार है. अगर हत्याएं होंगी तो अपराध बढ़ेगा, तो विपक्ष की यह जिम्मेदारी है कि वह सचेत करे सरकार को ज्ञापन के माध्यम से. अधिकारी कहते हैं कि हम ज्ञापन नहीं लेंगे. ज्ञापन नही लेंगे तो हम लोगों का यह धरना लगातार जारी रहेगा. विपक्ष अपनी भूमिका का निर्वाह करेगा. हम इसकी लड़ाई लड़ेंगे.


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