Sambhal News: उत्तर प्रदेश में इस समय शिक्षकों के ऑनलाइन डिजिटल अटेंडेंस को लेकर रार मची हुई है. इस बीच संभल में जिला अधिकारी ने एक स्कूल में औचक निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने स्कूल में एक शिक्षक का डिजिटल वैलबिंग चैक किया तो उनके मोबाइल में 2 घण्टे गेम खेलने का डाटा और एक घंटा अन्य कामों का डाटा मोबाइल में मिला है. जिससे स्पष्ट होता है कि स्कूल में पढ़ाई के समय शिक्षक मोबाइल पर 2 घंटा गेम खेल रहे थे और एक घंटा इंटरनेट सफरिंग में गुज़ार रहे थे.


सुबह 8 बजे से 2 बजे के बीच का यह डाटा रिकॉर्ड जिला अधिकारी को निरीक्षण के दौरान मिला जिसके बाद शिक्षा को चेतावनी देकर सुधरने का मौका दे दिया गया. इसके अलावा शिक्षकों के काम में भी कई त्रुटियां पकड़ी गई.  संभल के जिलाधिकारी IAS डॉ राजेन्द्र पैंसिया कम्पोजिट विद्यालय शरीफपुर विकासखंड संभल का अचानक औचक निरीक्षण करने पहुँच थे.


कलेक्टर ने हिदायत देकर छोड़ा
जहाँ विभागीय एप्स की जानकारी देते हुए सभी टीचरों का डिजिटल मोबाइल भी चेक कर लिया एक टीचर प्रेम गोयल के मोबाइल से स्कूल टाइम में गेम खेलने का डाटा सबूत के साथ मिल गया. DM का कहना था कि सरकार आप को सैलरी स्कूल में बच्चों को पढ़ाने के लिए देती है अगर आप यह भी काम ईमानदारी से नही करेंगे तो क्या फायदा कैसे हमारी शिक्षा का स्तर स्कूलों में सुधरेगा.


इधर यूपी के ही बस्ती में ड्यूटी के दौरान के सरकारी स्कूल के टीचर के आराम करने मामला सामने आया है. जिसके बाद अधिकारियों ने इस मामले में कार्रवाई की बात कही है. ड्यूटी के दौरान शिक्षकों द्वारा पढ़ाना छोड़कर अन्य काम करना शिक्षा की गुणवत्ता पर भी सवाल खड़े करता है. तो वहीं शिक्षकों की डिजिटल अटेंडेंस का विरोध भी जोरों पर हो रहा है.


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