Sambhal News: उत्तर प्रदेश स्थित संभल में जामा मस्जिद मामले में अब सियासत शुरू हो गई है. अदालत द्वारा सर्वे का आदेश दिये जाने के बाद पहला सर्वे 19 नवंबर को हुआ. इसके बाद फिर जब 24 नवंबर को टीम पहुंची तो वहां माहौल हिंसक हो गया. इस हिंसा में अभी तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है और 2 लोग घायल हैं.
आइए जानते हैं इस मामले पर अब तक किसने क्या कहा?
समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रविवार को आरोप लगाया कि संभल जिले में एक मस्जिद के सर्वेक्षण को लेकर हुई कथित हिंसा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), सरकार और प्रशासन द्वारा राज्य के उपचुनाव में अनियमितताओं पर से ध्यान हटाने के लिए ‘‘रची गई. संभल में जो कुछ हुआ है वो जानबूझकर करवाया गया है, जिससे चुनावी धाँधलियों पर की जा रही चर्चा और इस तरह की प्रेस वार्ता से ध्यान भटकाया जा सके.
बसपा चीफ मायावती ने संभल में सर्वेक्षण के दौरान रविवार को हुई हिंसा की निंदा करते हुए कहा कि आज वहां सर्वेक्षण के दौरान जो कुछ भी हिंसा व बवाल हुआ है, उसके लिए उत्तर प्रदेश का शासन व प्रशासन पूरी तरह जिम्मेदार है.
संभल से सपा सांसद जियाउर्र रहमान बर्क ने लिखा- मैं सम्भल की आवाम से शांति की अपील करता हुँ. हालात को जानकर बहुत दुखी हुँ. जो भी जान माल का नुक़सान हुआ है यकीनन उसकी भरपाई नहीं की जा सकती. अभी ये फ़ैसला आख़िरी फ़ैसला नहीं है. उम्मीद करता हुँ इस देश की बड़ी अदालतों से और पार्लियामेंट से जो इंसाफ़ करेंगी. अल्लाह की अदालत से कोई नहीं बच पाएगा. मैं कल रात ही बंगलौर में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड कि मीटिंग में आया था. जैसे ही हालात की खबर मिली वापिस आरहा हुँ. कल को पार्लियामेंट में पुलिस ने जो बर्बरता की है उसके खिलाफ आवाज़ उठाऊंगा. और जल्द ही अपने लोगों के बीच में आऊंगा.
हैदराबाद से सांसद और AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने लिखा- तुझ को कितनों का लहू चाहिए ऐ अर्ज़-ए-वतन? जो तिरे आरिज़-ए-बे-रंग को गुलनार करें कितनी आहों से कलेजा तिरा ठंडा होगा कितने आँसू तिरे सहराओं को गुलज़ार करें संभल में पुर-अमन एहतिजाज करने वालों पर उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा फायरिंग करने कि हम कड़ी निंदा करते हैं, पुलिस की फायरिंग में तीन नौजवानों की मौत हुई है.अल्लाह से दुआ है के अल्लाह मरहूमीन को मग़फ़िरत अदा करे और उनके घर वालों को सब्र ए जमील अदा करे. इस हादसे की निष्पक्ष जाँच होनी चाहिए. जो अफ़सर ज़िम्मेदार हैं, उनके ख़िलाफ़ कार्यवाही होनी चाहिए.
सपा के पूर्व सांसद एसटी हसन ने कहा कि ये हमारी बदनसीबी है कि ऐसे हादसे हो रहे हैं.पहले भी सर्वे हुआ था जो शांतिपूर्ण तरीके से हो गया था, लेकिन अब ऐसा क्या हुआ.प्लेस ऑफ वर्कशीप एक्ट बना हुआ है, जिसमे 15 अगस्त 1947 में जिस धार्मिक स्थल की नॉययत उसे कोई बदल नहीं सकता है. मस्जिद को मंदिर नहीं बना सकते, उसमे बाबरी मस्जिद को भी जोड़ा गया था, एक दौर था इस्लाम के आने से पहले तमाम दुनिया में बूत परस्ती होती थी, हिंदुस्तान और एक दो मुल्क है जहां बुतपरस्ती है ,दुनिया में और कहीं भी बुतपरस्ती नहीं है.
क्या बोले केशव प्रसाद मौर्य?
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि सँभल मामले में न्यायालय के आदेश पर जिला प्रशासन द्वारा शांति पूर्ण तरीके से सर्वे कराया जा रहा है, लेकिन यह सपा को हज़म नहीं हो रहा. कुंदरकी विधानसभा उपचुनाव में मुस्लिम मतदाताओं द्वारा भी कमल का बटन दबाकर भाजपा पर विश्वास जताने से सपा बौखला गई है. इसी कारण सपा मुखिया श्री अखिलेश यादव ने मुस्लिम तुष्टिकरण की गंदी राजनीति फिर से शुरू कर दी है. श्री अखिलेश यादव के नेतृत्व में सपा सरकार ने वोट बैंक की राजनीति के लिए यूपी को दंगा प्रदेश बना दिया था और प्रदेश को दंगों की आग में झोंकने के लिए छोड़ दिया था. लेकिन अब यूपी में सुशासन है. जो भी गड़बड़ी करेगा, उसके खिलाफ क़ानून सख़्ती से कार्रवाई करेगा. भाजपा का संकल्प है—‘एक हैं तो सेफ हैं.
बीजेपी नेता और डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि कानून और संविधान से ऊपर कोई नहीं होता है. संभल में जो आज टीम गयी थी कोर्ट के आदेश पर गयी थी आज मैंने कहा की ये न्यायपालिका पर भरोसा नहीं करते.
संभल में पत्थरबाजी की घटना पर मुरादाबाद के कमिश्नर आंजनेय कुमार सिंह ने कहा - पुलिस की तरफ से गोली नहीं चलाई गई है अफवाह फ़ैलाने की कोशिश की जा रही है. आगे पोस्टमार्टम होगा तो स्थिति ज्यादा स्पष्ट हो जाएगी. जिस किसी ने भी संभल की शांति व्ययवस्था को भंग करने की कोशिश की है हम उसको बख्शेंगे नहीं चाहे वह किसी भी बड़े पद पर क्यों ना हो. कानून सभी के लिए बराबर है. जानबूझकर यहाँ शांति व्ययवस्था को भंग करने की कोशिश की गई. युवाओं को आगे किया गया ताकि बाद में यह कहा जा सके की युवाओं का भविष्य बर्बाद किया जा रहा है. अदालत की कारवाई पर सर्वे के लिए टीम गई थी वहां पुलिस पर पत्थरबाजी हुई. यह पत्थरबाजी उकसावे के साथ हुई थी जैसे किसी ने उनको उकसाया हो.
क्या है संभल का मामला
अधिकारियों ने बताया कि संभल की जामा मस्जिद में अदालत के आदेश पर रविवार को सर्वेक्षण का कार्य दूसरी बार शुरू हुआ लेकिन इस बीच अराजक तत्वों ने पत्थरबाजी शुरू कर दी जिसके बाद पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे और हल्का बल प्रयोग किया. अधिकारी ने बताया कि 21 लोगों को हिरासत में लिया गया है और हिंसा की जांच शुरू कर दी गई है. एक स्थानीय अदालत के आदेश पर गत मंगलवार को जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था जिसके बाद से संभल में पिछले कुछ दिनों से तनाव व्याप्त है. दरअसल स्थानीय अदालत में एक याचिका दायर करके दावा किया गया है कि जिस जगह पर जामा मस्जिद है वहां पहले हरिहर मंदिर था.