उत्तर प्रदेश स्थित संभल में साल 1978 के दंगे के बाद से ही बंद मंदिर के खोले जाने के बाद उससे सटे घर में अवैध अतिक्रमण पाया गया है. इसकी जानकारी एडिशनल एसपी श्रीष चंद ने दी है. एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए एडिशनल एसपी ने मंदिर से सटे हुए मतीन अहमद के मकान की पड़ताल और ब्योरा लेने पर कहा कि  मकान मालिक ने बताया कि मकान में अतिरिक्त निर्माण बनाया गया है, और वो निर्माण कल से हटाना शुरू कर देंगे. जितने आस पास के लोग हैं उनकी जानकारी के आधार पर पड़ताल की जा रही है. मंदिर के पीछे का भवन नहीं था बल्कि खाली जमीन थी.. और किस संदर्भ में निर्माण हुआ है उसकी जांच की जा रही है.


जानकारी के अनुसार मंदिर से सटे हुए मतीन अहमद के मकान  में जो अतिरिक्त निर्माण कार्य है वो खुद हटाया जाएगा, अगर ऐसा नहीं हुआ तो प्रशासन द्वारा तोड़ा जाएगा.


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डीएम ने लिखी ASI को चिट्ठी
उधर इस मंदिर को लेकर संभल के DM डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग यानी एएसआई को चिट्ठी लिखी है. जिलाधिकारी की ओर से मंदिर की वैज्ञानिक तरीके से जांच कराने के लिए चिट्ठी लिखी गई है. सोमवार को एक बयान में जिलाधिकारी ने कहा कि मंदिर करीब 500 साल पुराना हो सकता है. जिलाधिकारी के मुताबिक जिस कुएं से मूर्तियां निकली हैं उस कुएं के पूरे मलबे को निकाला जाएगा.


बता दें सोमवार को मंदिर के पास से ही कुछ दूरी पर कुएं से मां पार्वती की प्रतिमा मिली जो खंडित थी. बाद में इसे पुलिस अपने साथ ले गई और इसे सरकारी खजाने में जमा कर दिया. जिला प्रशासन की ओर से मौके पर पूरी सतकर्ता बरती जा रही है ताकि कहीं स्थिति न बिगड़े. मंदिर के आसपास भक्तों की भारी भीड़ है और पुलिस फोर्स में तैनात है.