Akhilesh Yadav: समाजवादी पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक बार फिर संभल मस्जिद मामले से लेकर तमाम मुद्दों को लेकर प्रदेश की योगी सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि संभल में जो कुछ हुआ वो पूरी तरह प्रशासन की नाकामी है. इससे न केवल संभल बल्कि पूरे प्रदेश में खराब संदेश जा रहा है. बीजेपी हिन्दू-मुस्लिम एकता का खत्म करना चाहती है. ये भूल गए हैं कि देश की आजादी की लड़ाई सभी ने मिलकर लड़ी है.
अखिलेश यादव औरैया जिले के एरवाकटरा में एक शादी समारोह के कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे. इस दौरान उनके साथ एटा से लोकसभा सांसद देवेश शाक्य समेत तमाम सपा कार्यकर्ता मौजूद थे. इस दौरान सपा अध्यक्ष ने पत्रकारों से बात करते हुए डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक पर निशाना साधते हुए कहा कि ये जो स्वास्थ्य मंत्री है इनका खुद का स्वास्थ्य ठीक नहीं है. अस्पतालों मे कुत्ते घूम रहे है. उन्हें देखना चाहिए कि वार्डो में कुत्ते घूम रहे है. मरीजों की अस्पतालों में लाइन लगी हैं. किसी अस्पताल में इलाज नहीं है तो कहीं दवाई नहीं है.
सपा अध्यक्ष ने कहा कि अस्पतालों में एंबुलेंस चल नहीं रही है. इनकी एंबुलेंस को धक्का मारना पड़ रहा है. अस्पताल में कुत्ते घूमेंगे मरीजों को परेशान करेंगे इससे पहले आपने देखा होगा कि गाय, सांड अस्पतालों में घूमते नजर आ रहे थे. जो खुद अस्पतालों का ध्यान नहीं रख सकते उनका इलाज कोई नहीं कर सकता.
संभल हिंसा को लेकर साधा निशाना
संभल की घटना को लेकर अखिलेश यादव ने बीजेपी को आड़े हाथों लिया और कहा कि संभल में जो घटना हुई है और जगह-जगह जो घटनाएं सुनने को मिल रही है यह कहीं ना कहीं बड़े पैमाने पर राजनीतिक साजिश के तहत हो रहा है संभल में जो कुछ भी हुआ है वह प्रशासन की नाकामी रही है. जिससे पूरे देश में खराब संदेश जा रहा है. अगर प्रशासन जिम्मेदारी निभाता और सरकार की नीयत सही होती तो ये घटना कभी नहीं होती.
उन्होंने कहा कि इस घटना के लिए बीजेपी सरकार दोषी है. वो नहीं चाहते कि समाज में शांति हो. समाज की शांति खत्म करके ही तमाम मुद्दों से ध्यान हटाने का काम भारतीय जनता पार्टी कर रही है. आज बेरोजगारी बढ़ी है, महंगाई बढ़ी है बिजली की दरें बढ़ी हैं. किसानों को खाद नहीं मिल रही है इन तमाम नाकामियों को छुपा कर जानबूझ कर बीजेपी ये साज़िश करती है. भाजपा के लोग ही किसी न किसी संस्था के माध्यम से समाज में खाई पैदा करना चाहते है. खासकर हिंदू-मुस्लिम की एकता को खत्म करना चाहते हैं. ये भूल गए कि आजादी की लड़ाई हिंदू, मुस्लिम, सिख सभी धर्मों मिलकर लड़ी थी. जो लोग आग लगाना चाहते है, नफरत पैदा करना चाहते है वो विकास के खिलाफ हैं.