Sambhal News: उत्तर प्रदेश स्थित संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के बाद हुए हंगामे और हिंसा को लेकर राज्य में सियासी चेहरे अलग-अलग दावे कर रहे हैं. इस बीच योगी सरकार में राज्य मंत्री नितिन अग्रवाल ने अलग ही दावा किया है. उन्होंने सोशल मीडिया साइट एक्स पर कहा है कि यह हिंसा वर्चस्व की लड़ाई की वजह से हुई है. पुलिसिया कार्रवाई को उचित ठहराते हुए उन्होंने कहा कि पुलिस का प्रयास सराहनीय है.
अग्रवाल ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि संभल की आगजनी और हिंसा वर्चस्व की राजनीति का नतीजा है. तुर्क-पठान विवाद ने न केवल शांति भंग की, बल्कि आम लोगों की सुरक्षा पर भी सवाल खड़े कर दिए. यूपी पुलिस की तत्परता सराहनीय है.
नितिन ने कहा कि सांसद और स्थानीय विधायक की लड़ाई है. एक पक्ष सांसद का है और दूसरा विधायक का है. उन्होंने दावा किया कि सपा के नेता संभल में वर्चस्व की लड़ाई लड़ रहे हैं.
सांसद इमरान मसूद ने दिया जवाब
मंत्री के दावे पर इमरान मसूद ने कहा कि वो क्या कह रहे हैं, क्या नहीं ये तो वही जानें लेकिन देश को शांति से रहने दें. वो गलत बात कह रहे हैं. पुलिस ने सीधे गोली मारी है. फॉरेंसिक जांच होनी चाहिए.
सहारनपुर से सांसद इमरान मसूद ने कहा कि झगड़ा पुलिस बनाम मुस्लिम है. तुर्क बनाम पठान की कोई लड़ाई नहीं है. प्रत्यक्ष को प्रमाण की कोई आवश्यकता नहीं है. पुलिस के गोली मारते फुटेज हैं
संभल पर बोले अखिलेश यादव- सर्वे टीम के साथ थे बीजेपी के नेता, सांसद पर लगाए झूठे मुकदमे