Sambhal Violence: उत्तर प्रदेश के संभल जिले में जामा मस्जिद के सर्वेक्षण के दौरान हुई हिंसा के मामले में सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क और संभल सदर सीट से सपा विधायक इकबाल महमूद के बेटे के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. इस मामले में अब तक कुल सात मुकदमे दर्ज करके 25 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है.


संभल के पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार विश्नोई ने जिलाधिकारी राजेंद्र पेंसिया के साथ बताया कि हिंसा में घायल हुए दारोगा दीपक राठी ने 800 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है जिनमें बर्क और इकबाल महमूद के बेटे सुहेल इकबाल को नामजद किया गया है. उन्होंने बताया,‘‘मुकदमे में इनपर आरोप लगाया गया है कि इन लोगों ने भीड़ को भड़काकर बलवे का रूप दिया.’’


क्या हैं आरोप
सांसद पर आरोप है कि हिंसा से 2 दिन पहले जामा मस्जिद गए थे. उन्होंने नमाज के दौरान बिना अनुमति भीड़ को जुटाया है. सांसद ने मस्जिद में भड़काऊ बयानबाजी की और राजनीतिक लाभ के लिए भीड़ को उग्र किया. वहीं विधायक के बेटे पर आरोप है कि सर्वे के दौरान भीड़ के साथ सुहेल इकबाल मौजूद थे. सुहेल ने भीड़ से कहा कि सांसद बर्क हमारे साथ हैं.


विधायक के बेटे पर दर्ज एफआईआर में कहा गया है कि सुहेल ने कहा कि हम लोग किसी को कुछ नहीं होने देंगे. सुहेल ने लोगों से कहा कि अपने मंसूबे पूरे करो. सुहेल की बयानबाजी के बाद भीड़ उग्र हो गई. इसके अलावा हिंसा की FIR में बताया गया है कि दंगाइयों ने पुलिस से हथियार लूटे हैं. भीड़ ने पुलिस से हथियार छीनने के नारे लगाए हैं. 


संभल की लड़ाई तुर्क-पठान पर आई, सपा-कांग्रेस का एक सुर, बीजेपी बोली- जातीय संघर्ष हमेशा से रहा


क्या है दावा
FIR में दावा है कि पुलिसवालों को आग लगाने की बात की गई. सब-इंस्पेक्टर से पिस्टल की मैगजीन छीनी गई. कारतूस और आंसू गैस के गोले लूटे गए. पुलिस से लूटे हथियारों से पुलिस पर फायरिंग की गई. वहीं इस मामले में यूपी बीजेपी के अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने कहा है कि बर्क परिवार और नवाब महमूद के परिवार में हमेशा से राजनीतिक वर्चस्व की लड़ाई रही है.


उन्होंने कहा कि ये तुर्क-पठान के बीच का संघर्ष है. जबकि विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडे ने कहा कि पुलिस अपने बचाव के लिए तुर्क और पठान की लड़ाई की बात कह रही है. वहीं इस मामले में मंत्री नितिन अग्रवाल ने कहा कि तुर्क-पठान विवाद ने न केवल शांति भंग की बल्कि आम लोगों की सुरक्षा पर भी सवाल खड़े कर दिए.


इन्हीं आरोपों पर कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने कहा कि झगड़ा पुलिस बनाम मुस्लिम है, तुर्क बनाम पठान की कोई लड़ाई नहीं है. दूसरी ओर यूपी पुलिस ने कहा है कि पुलिस की गोली से मौत नहीं, देसी बंदूक से गोली मारे जाने की बात पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में आई है. वहीं माता प्रसाद पांडेय ने कहा कि यूपी पुलिस 2 हथियार रखती है, एक सरकारी और दूसरी प्राइवेट.