Sambhal News: लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और वायनाड सांसद, प्रियंका गांधी को हिंसा प्रभावित संभल जाने से रोके जाने के बाद, भारतीय जनता पार्टी के सांसद जगदंबिका पाल ने पत्रकारों से वार्ता के दौरान प्रतिक्रिया दी है. जगदंबिका पाल ने इस दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर कई गंभीर आरोप भी लगाए.
वक्फ बोर्ड पर बनी जेपीसी के चेयरमैन जगदंबिका पाल ने कहा कि, "राहुल गांधी इस मुद्दे को संसद में उठा सकते थे, लेकिन उन्हें संसद सत्र चलाने में कोई रुचि नहीं है. जगदंबिका पाल ने कहा कि अगर राहुल गांधी विपक्ष के नेता हैं तो उन्हें संसद में मौजूद रहना चाहिए था, जहां वो 140 करोड़ जनता की समस्याओं को सभी के सामने रखते. संभल हिंसा बेहद दुर्भाग्य घटना है, जिसको लेकर प्रशासन स्थिति को सामान्य करने का काम कर रहा है. अगर आप शांति सुनिश्चित की बात के पक्ष में है तो आप ये काम संसद भी कर सकते थे. वह संसद में इस मुद्दे को उठा सकते थे, लेकिन उन्हें संसद सत्र में भाग लेने में कोई दिलचस्पी नहीं है.
राहुल का व्यवहार गैर जिम्मदाराना है- जगदंबिका पाल
इससे पहले भी बीजेपी नेता जगदंबिका पाल ने रायबरेली सांसद राहुल गांधी की संभल यात्रा को लेकर कहा था कि, "राहुल गांधी नेता प्रतिपक्ष है, लेकिन व्यवहार गैर जिम्मेदाराना है. उत्तर प्रदेश में संभल जैसी दुर्भाग्य दुर्घटना हुई जिसको लेकर राज्य सरकार और प्रशासन लगातार काम कर रहा है, ऐसे में सभी पार्टी को बार बार कहा जा रहा है कि आप वहां न जाए वहां पर शांति हो गई है. जिस वजह से वहां सामान्य जीवन फिर से शुरू हो गया है. ऐसे में राहुल गांधी क्यों संभल जाना चाहते हैं. अगर वहां का प्रशासन राहुल गांधी से अनुरोध कर रहा है तो उन्हें नहीं जाना चाहिए. ऐसे में राहुल संभल में शांति न चाहकर राजनीति कर रहे हैं."
10 दिसंबर के बाद ही संभल में मिल सकती है एंट्री
बुधवार को राहुल गांधी और वायनाड सांसद प्रियंका गांधी और कांग्रेस पार्टी के अन्य नेताओं हिंसा प्रभावित संभल जाने के लिए निकले थे, लेकिन राहुल के काफिले को पुलिस ने गाजीपुर बॉर्डर पर रोक लिया और उन्हें संभल जाने की अनुमति नहीं दी. ऐसे में राहुल की संभल यात्रा को लेकर विपक्ष सरकार पर तमाम तरह के आरोप लगा रहा है. जबकि बीजेपी के कई नेताओं ने राहुल की इस यात्रा को ड्रामा करार दिया है. वहीं संभल स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने 10 दिसंबर तक बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक लगा रखी है. वही इस मामले में संभल एसपी केके बिश्नोई का बयान भी सामने आया है, उन्होंने कहा कि, 10 दिसंबर के बाद समीक्षा की जाएगी की संभल में स्थिति सामान्य है या नहीं, उसके बाद ही कोई फैसला लिया जाएगा.
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