'संभल में सपा के दो गुंडे, दंगाई आपस में लड़े...' डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का बड़ा बयान
UP News: संभल हिंसा पर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने तुष्टिकरण की राजनीति को दोषी ठहराया. उन्होंने कहा कि सपा के गुंडों के बीच की लड़ाई ही इस हिंसा की वजह है और सरकार कानून को अपना काम करने देगी.
Sambhal Violence News: संभल शाही जामा मस्जिद हिंसा मामले पर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का बड़ा बयान सामने आया है. डिप्टी सीएम ने कहा कि समाज को डसने का काम, समाज को कमजोर बनाने का काम, फिर नौटंकी करने का काम और तुष्टिकरण की राजनीति ने देश को बर्बाद करने का काम किया है. संभल में सपा के दो गुंडे दंगाई आपस में लड़े, संभल में जो कमीशन की कार्रवाई ही रही थी, उसे लेकर सपा के लोगों ने बवाल किया. देश ने पीएम मोदी जी के नेतृत्व में और प्रदेश में योगी जी के नेतृत्व में सरकार काम कर रही है. किसानों की जो समस्या होगी इसलिए उनकी जो समस्या होगी सुनी जाएगी.
सपा विधायक पर डिप्टी सीएम ने कहा कि अभी मैं इस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता. क्योंकि मामला न्यायालय में विचाराधीन है, यही राम मंदिर बनने से पहले लोग बयान दिया करते थे, लेकिन सत्य परेशान हो सकता है, लेकिन जीतेगा सत्य ही. कानून को अपना काम करने दे और सच्चाई सामने आने देंगे. सपा के सांसद और विधायकों के कारण जब लड़ाई होती है और उसके बाद जो सपा मुआवजा बांटती है ये सिर्फ राजनीति है. पांच लाख क्यों पांच करोड़ दे दो. सपा जो इस तरह की बात करती है, उससे समझ आता है कि जख्म गहरा है. उसे सहलाते-सहलाते सपा पार्टी को समाप्त होने से कोई नहीं बचा सकता.
अब तक कुल 28 लोग गिरफ्तार
संभल हिंसा मामले में पुलिस ने अब तक 28 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. सीसीटीवी फुटेज और वायरल वीडियो के आधार पर एक-एक आरोपी की पहचान की जा रही है. पुलिस ने बुधवार को फुटेज के आधार पर 45 उपद्रवियों के पोस्टर जारी किए. जिसमें बहुत से उपद्रवियों का नाम और उनका पता भी सार्वजनिक कर दिया गया है. पुलिस का कहना है कि हिंसा में हुए नुकसान की भरपाई भी उपद्रवियों से ही की जाएगी. वीडियो के आधार पर अब तक 100 से ज्यादा आरोपियों को चिह्नित किया जा चुका है.
बता दें कि 24 नवंबर रविवार को जिला अदालत के आदेश पर एक टीम संभल की शाही जामा मस्जिद के सर्वे के लिए पहुंची थी. जिसके बाद अचानक बड़ी संख्या में भीड़ उमड़ पड़ी थी और उन्होंने पथराव शुरू कर दिया. इसके बाद भीड़ ने हिंसक रूप ले लिया और कई गाड़ियों में तोड़फोड़ की और उन्हें आग के हवाले कर दिया. जिसके बाद पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा. इस हिंसा में चार लोगों की मौत हो गई.
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