Hapur News Today: उत्तर प्रदेश के संभल में 24 नवंबर को शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हिंसा फैल गई थी. इस घटना में पुलिस अधिकारियों के साथ कई लोग घायल हो गए थे, जबकि चार लोगों की मौत हो गई थी. शुक्रवार (29 नवंबर) को जुमे की नमाज को लेकर संभल और आसपास के जिलों में हाई अलर्ट घोषित किया गया था.


जुमे की नमाज को लेकर संभल से सटे हापुड़ जिले में पुलिस प्रशासन अलर्ट नजर आया. जुमे की नमाज पर किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए विशेष सर्तकता बरती जा रही थी. इस मौके पर पुलिस प्रशासन के जरिये यहां ड्रोन कैमरे से निगरानी की जा रही है. 


हापुड़ में पुलिस का अलर्ट
इसके अलावा पुलिस और पीएसी के जवान मस्जिदों के आसपास के इलाकों में गश्त भी कर रहे हैं. हापुड़ में जुमे की नमाज को लेकर सिकंदरगेट चौकी स्थित मरकज मस्जिद, जामा मस्जिद, बड़ा मदरसा जैसे धार्मिक स्थलों के अलावा संवेदनशील इलाकों में पुलिस विशेष निगरानी और सतर्कता बरत रही है.


हापुड़ सीओ सिटी जितेंद्र शर्मा ने बताया कि शुक्रवार को पूरे हापुड़ में शांतिपूर्वक जुम्मे की नमाज अदा की गई है. उन्होंने बताया कि इस मौके पर सुरक्षा की दृष्टि से जनपद हापुड़ को अलग-अलग जोन में बांटा गया है.


सीओ सिटी जितेंद्र शर्मा ने बताया कि हापुड़ को चार क्यूआरटी में बांटा गया है और सुरक्षा की दृष्टि से सभी मस्जिदों पर पुलिस की ड्यूटी लगाई गई, जिससे जुमे की नमाज शांति से हो सके. उन्होंने कहा कि हम लोग ड्रोन से भी निगरानी कर रहे हैं और साथ ही सोशल मीडिया की निगरानी की जा रही, जिससे किसी भी तरह के अफवाहों से निपटा जा सके.


संभल हिंसा की वजह
बता दें, 24 नवंबर को संभल में कोर्ट के आदेश पर एक टीम शाही जामा मस्जिद का सर्वे करने पहुंची थी. इस दौरान सर्वे टीम को देखकर भीड़ भड़क गई और पत्थरबाजी शुरू हो गई, जिससे यहां पर हिंसा फैल गई. इस दौरान भीड़ ने कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया.


संभल हिंसा के दौरान पुलिस के साथ आम लोग भी घायल हो गए. इस हिंसा में चार लोगों की मौत हो गई. घटना के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 2750 से अधिक अज्ञात लोगों पर एफआईआर दर्ज की है, जबकि महिला और नाबालिग आरोपियों समेत पुलिस ने 28 लोगों को हिरासत में लिया है.


(हापुड़ से विपिन शर्मा की रिपोर्ट)


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