Sambhal Violence Live: संभल हिंसा में बढ़ गई FIR की संख्या, 5 और प्राथमिकी दर्ज, डिंपल बोलीं- परेशान कर रहे हैं
Sambhal Jama Masjid News Live: उत्तर प्रदेश के संभल जामा मस्जिद मामले में हिंसा के बाद अब शांति है. पुलिस ने इस मामले में 10 एंगल से जांच शुरू की बात कही है.
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के निर्देशानुसार समाजवादी पार्टी का एक प्रतिनिधिमण्डल जनपद संभल जायेगा. वहां हुई हिंसा की विस्तृत जांच करेगा. प्रतिनिधिमंडल मृतकों के परिजनों के प्रति शोक संवेदना प्रकट करेगा. समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधिमण्डल में माता प्रसाद पाण्डेय नेता प्रतिपक्ष, विधानसभा उ0प्र0, लाल बिहारी यादव नेता प्रतिपक्ष, विधान परिषद उ0प्र0, हरेन्द्र मलिक, लोकसभा सांसद, श्रीमती रूचि वीरा, लोकसभा सांसद, सुश्री इकरा हसन, लोकसभा सांसद, जिया उर्रहमान बर्क, लोकसभा सांसद, नीरज मौर्य, लोकसभा सांसद, कमाल अख्तर, विधायक, नवाब इकबाल महमूद, विधायक, श्रीमती पिंकी सिंह यादव, विधायक, असगर अली अंसारी, जिलाध्यक्ष समाजवादी पार्टी, संभल, जयवीर सिंह यादव, जिलाध्यक्ष समाजवादी पार्टी, मुरादाबाद सहित शिवचरण कश्यप, जिलाध्यक्ष समाजवादी पार्टी, बरेली शामिल हैं.
संभल की घटना पर वरिष्ठ अधिवक्ता और न्यायालय में याचिकाकर्ता विष्णु शंकर जैन ने कहा, 'अखिलेश यादव, ओवैसी, संभल के समाजवादी पार्टी के सांसद, सपा का मीडिया सेल, ज्ञानव्यापी मस्जिद समिति के सचिव - इन सभी लोगों ने गलत सूचना फैलाई है कि मैं जय श्री राम का नारा लगाने वाली भीड़ के साथ वहां गया था और इसी वजह से वहां दंगे हुए. यह एक झूठा आरोप है. मैं प्रशासन और सभी संबंधित अधिकारियों और लोगों के साथ वहां गया था. जब सर्वेक्षण समाप्त हुआ, तो पुलिस ने मुझे तथाकथित विवादित क्षेत्र से बाहर निकाला, जिस रास्ते पर हिंदू आबादी रहती है, वहां पथराव हो रहा था और मुझे देखकर लोगों ने जय श्री राम का नारा लगाया. मैंने नारा नहीं लगाया. मुझे जो धमकियां मिल रही हैं - उसके लिए ये 5 लोग जिम्मेदार हैं.'
सपा सांसद डिंपल यादव ने कहा, "संभल में जो घटना घटी है उस पर चर्चा हो, हमने स्पीकर साहब को लिखकर दिया है और कई सांसदों ने नोटिस दी है. वे चाहते हैं कि जो भी संभल में हुआ है उस पर चर्चा हो..और जिस तरह की अमानवता का व्यवहार सरकार और प्रशासन द्वारा लोगों के लिए दिखाया जा रहा है उस पर हम अपनी बात रखना चाहते हैं.. हम चाहते हैं कि दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो.
सम्भल हिंसा के बाद शुक्रवार को सिविल कोर्ट में होने वाली सुनवाई और जुमे की नमाज को लेकर, सम्भल पुलिस और प्रशसन की हाई लेवल की मीटिंग. मुरादाबाद मंडल के अधिकारी भी मीटिंग में शामिल हैं. सुरक्षा के इंतजाम और अतरिक्त सुरक्षा बल को लगाए जाने को लेकर हो रही है मीटिंग. जामा मस्जिद इलाके के मुअज्जिज लोगों से भी चर्चा कर रही पुलिस और जुमा की नमाज लोगों से घरों में रहकर नमाज की अपील करने के लिए कहेगी पुलिस
मुरादाबाद के मंडलायुक्त आञ्जनेय कुमार सिंह ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गोली शव में नहीं मिली है । कंट्री मेड गन की गोली के निशान शवो में पाये गए जिस से यह निष्कर्ष निकला गया है की मौत प्राइवेट बोर वाले हथियार से हुईं हैं।
संभल प्रशासन हिंसा के आरोपियों के वीडियो फुटेज के जरिए पहचान कर उनकी तस्वीरें जारी करने की तैयारी कर रहा
है. 100 से जायदा लोगों की पहचान किया गया है. आरोपियों की तलाश में कई इलाकों में दबिश दी जा रही है. हिंसा में जान गवाने वालो की तरफ से चार एफआईआर दर्ज की गई. अब तक कुल 12 एफआईआर दर्ज हो गयी है. 27 लोगो के गिरफ्तारी के अलावा दर्जन भर से जायदा लोगों को हिरासत में लिया गया है.
मंडलायुक्त आञ्जनेय कुमार सिंह ने बताया कि अब तक 27 आरोपीयों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका हैं और वीडियो के आधार पर 74 उपद्रवियों की पहचान कर ली गयी है और भी लोगो की पहचान की जा रही है. ज़िम्मेदार लोग बयानबाजी कर माहौल को खराब करने का काम न करें. सँभल में हालात सामान्य हो गए हैं . साक्ष्यों के आधार पर कार्यवाही की जा रही है . पहचान किए गए उपद्रवियों के फोटी प्रकाशित किए जाएंगे और उनसे नुकसान की भरपाई कराई जाएगी. हाईकोर्ट सुप्रीम कोर्ट के दिशा निर्देशों का पालन किया जायेगा. अगर फिर किसी ने गड़बड़ी करने की कोशिश की तो ऐसे लोगी से सख्ती से निपटा जायेगा. साजिश के पीछे छुपे लोगों को भी सामने लाया जाएगा.
सपा सांसद डिंपल यादव ने कहा कि एक तबके को परेशान किया जा रहा है और इसमें प्रशासन और सरकार सब लोग शामिल हैं
उत्तर प्रदेश के संभल में हुई हिंसा के मामले पर संभल के सांसद से नीरज पांडेय ने बात की , संभल के सांसद के कहा अपने कोई वीडियो देखी हो गोली चलाते हुए ,जनता ने कोई गोली नहीं चलाई ,पुलिस ने गोली चलाई . संभल के सांसद जियावर रहमान बर्क का आरोप पुलिस ने आम लोगों की हत्या की है पुलिस द्वारा गोली चलाई गई है उन पर हत्या का मुकदमा दर्ज होना चाहिए हमने संसद में आज भी मामला उठाया और आगे भी उठेंगे
संभल की शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान 24 नवम्बर को हुई हिंसा के आरोपियों के पुलिस ने फ़ोटो किए जारी. जेल भेजे गए दंगाइयों के फोटो जारी किये गए. दंगाइयों के जिला प्रशासन ने फोटो किये जारी. 21 दंगाइयों को दो दिन पूर्व भेजा गया था जेल. जेल भेजे गए सभी दंगाइयों के फोटो जारी हुए. संभल नगर कोतवाली इलाके में 24 नवंबर को हुआ था बवाल.
संभल पर राज्यभा सांसद संजय सिंह ने शून्यकाल के लिए दिया नोटिस. उत्तर प्रदेश के सम्भल में हुए दंगों के विषय पर नोटिस दिया. संजय सिंह ने इस संदर्भ में कहा कि संभल में यह हिंदू मुस्लिम दंगा नहीं है यह प्रशासन और मुसलमान के बीच का झगड़ा है. जिसमें 5 लोगों की जान गई है. यह दंगा उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्रायोजित दंगा और हिंसा है. उत्तर प्रदेश का गरीब नौजवान बेरोजगार नौजवान जो दर दर की ठोकर खाएगा नौकरी के लिए और अमित शाह का लड़का या भाजपा के नेताओं का लड़का हो वह दुबई के शेखो के साथ हजारों करोड़ का धंधा करेंगे. तुम धंधा करो हम धर्म के नाम पर झगड़ा करें यह व्यवस्था नहीं चलेगी. इसको लेकर चर्चा चाहते हैं इसलिए zero hour का नोटिस दिया है.
संभल हिंसा मामला- यूपी पुलिस संभल हिंसा को लेकर कई एंगल और सवालो को ध्यान में रख कर अपनी जांच आगे बढ़ा रही है.
पहला-
पुलिस इस बात की सबसे पहले जांच कर रही है कि हिंसा वाले दिन जामा मस्जिद के आसपास भीड़ किस के कहने पर इकट्ठा हुई.
दूसरा-
पुलिस की जांच के लिए दूसरा सवाल यह है की मौके पर मौजूद भीड़ को हिंसा के लिए किसने उकसाया.
पुलिस संभल की शाही जामा मस्जिद के आसपास के इलाकों में लगे मोबाइल डेटा की जानकारी इकट्ठा करने में लगी है ताकि ये पता लगाया जा सके कि हिंसा के समय कितने मोबाइल नंबर एक्टिवेट थे और उनके डेटा और डंप डेटा को भी पुलिस इक्कठा कर रही है जो पुलिस जांच का अहम हिस्सा है.
तीसरा-
संभल पुलिस हिंसा के दौरान दंगाइयों द्वारा तोड़े गए CCTV कैमरों के DVR जप्त कर उनकी फुटेज रिकवर कर रही है.. ताकि दंगाइयों की पहचान हो सके.
चौथा-
संभल पुलिस ने अभी तक 27 मोबाइल फोन को फोरेंसिक लैब में जांच के लिए भेजे है ताकि इन फोन में से डिलीट डेटा को रिकवर कर ये पता लगाया जा सके कि हिंसा से पहले क्या दंगों की प्लानिंग पहले से की गई थी.
पांचवां-
संभल पुलिस ने कुछ सोशल मीडिया हैंडल को आइडेंटिफाई किया है.. कुछ व्हाट्सएप चैट और ग्रुप्स का भी पता चला है जिसमे मस्जिद पर इकट्ठा होने के लिए कहा गया है..अब पुलिस इन सोशल मीडिया हैंडल के द्वारा पोस्ट की गई वीडियो मैसेज को एनालाइज कर रही है.
छठा-
संभल पुलिस ने हिंसा के समय के सीसीटीवी कैमरों,मोबाइल वीडियो और ड्रोन कैमरे की फुटेज को खंगालने के लिए एक स्पेशल टीम बनाई है ताकि आरोपियों की पहचान की जा सके.
सातवां..
संभल पुलिस रविवार को हुई हिंसा के मामले में जल्द ही स्थानीय लोगों के बयान भी दर्ज करेगी ताकि आगे की कार्रवाई की जा सके.
रविवार को ही हिंसा के बाद पुलिस ने अपनी जांच तेज कर दी है. पुलिस ने मोबाइल सीसीटीवी और ड्रोन कैमरा से 100 से ज्यादा पत्थरबाजों की पहचान की है. इनमें से 27 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. पुलिस ने जिन 27 आरोपियों को पकड़ा है, उनमें कुछ नाबालिग लड़के भी शामिल हैं. पुलिस ने संभल में पुलिस बल पर पथराव और हिंसा फैलाने के आरोप में तीन महिलाओं को भी गिरफ्तार किया है. संभल हिंसा मामले में पुलिस ने पहले साथ अलग-अलग फिर दर्ज की, जिनमें से एक फिर में संभल के सांसद जियाउर रहमान बर्क और संभल से विधायक इकबाल महमूद के बेटे सुहेल इकबाल का नाम शामिल हैं.
संभल में हिंसा के बाद अब सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं. जांच के दौरान पहले पत्थरबाजों की तस्वीर सामने आई थी. लेकिन अब एक और तस्वीर सामने आई है, जिसमें कुछ उपद्रवी गोली चलाते हुए नजर आ रहे हैं.
सीसीटीवी फुटेज के वीडियो में कई लोग हाथों में पत्थर लिए दिख रहे हैं. ये पत्थर वे लोग पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों पर फेंक रहे हैं. इन लोगों में ज्यादातर कम उम्र के लोग दिखाई पड़ रहे हैं. घटनास्थल पर अफरातफरी का माहौल है. इसमें यह लोग एक के बाद एक लगातार पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों पर ईंट, पत्थर सहित तमाम चीजें बरसाते दिख रहे हैं.
उत्तर प्रदेश के संभल में स्थित मस्जिद में सर्वे के दौरान हुए पथराव का एक सीसीटीवी फुटेज सामने आया है. इस फुटेज में साफ देखा जा सकता है कि कई युवक पुलिस पर पथराव कर रहे हैं. युवकों ने अपना मुंह कपड़े से ढक रखा है, ताकि पुलिस में उनकी पहचान ना हो सके. पथराव करने वाले अधिकांश युवकों की उम्र 20 से 30 साल लग रही है.
उन्होंने कहा कि सरकार को भारत के अल्पसंख्यकों की चिंता नहीं है और बांग्लादेश की चिंता है. हर चुनाव में मुसलमानों का जिक्र कर फायदा लिया जा रहा है.
सांसद ओवैसी ने कहा कि आज संविधान का पालन नहीं हो रहा है. देश में राय रखने पर देशद्रोही कहा जाता है. हम सिर्फ नाम के लिए संविधान दिवस मना रहे हैं. सांसद ने पूछा कि मस्जिद में दूसरी बार सर्वे करने क्यों गए? संभल में कोर्ट ने तुरंत सर्वे का आदेश दिया. ऐसे फैसलों से विश्वास कमजोर होता है.
abp न्यूज़ से बोले AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी- संभल में बेकसूर लोगों की हत्या हुई. 'जिन्होंने अपनों को खोया, उनका जख्म नहीं भरेगा' हालात सामान्य होने पर मैं भी संभल जाऊंगा. BJP की सरकार में हालात बिगड़ते रहेंगे. BJP नहीं चाहती कि मुस्लिम आराम से रहें. मुसलमानों को डराती BJP है .
हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि मैं जल्द संभल जाऊंगा. इंसाफ की बात करने पर देशद्रोही कहा जाता है. संभल हिंसा पर ओवैसी ने कहा कि हिंसा में सरकार की मिलीभगत है.दूसरे पक्ष को सुना नहीं गया. तुर्क और पठानों की लड़ाई की बात गलत है. 4 में से 3 लोगों को सीने पर गोली मारी गई.
संभल की घटना पर कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने कहा - संभल में कोर्ट के आदेश पर सर्वे करनी गई टीम पर पत्थरबाजी कैसे हो गई क्यूंकि एक -एक के हैं 70 घर में रखें हैं पत्थर. सभी दंगाइयों पर करवाई होनी चाहिए. सनातन बोर्ड की मांग पर कहा - भारत की स्तिथि बांग्लादेश ,पकिस्तान ,अफगानिस्तान जैसी ना हो इसलिए हमें सनातन बोर्ड चाहिए. हमें देश में सनातन बोर्ड इसलिए चाहिए क्यूंकि हम भारत को सुरक्षित चाहते हैं. हमारे पास केवल 5 से 10 साल ही हैं नहीं तो देश में बहुत खराब स्तिथि आ जाएगी. बांग्लादेश में इस्कॉन के पुजारी का गिरफ्तार होना देश के लिए खतरे की घंटी है ,भारत में रहने वाले सभी बांग्लादेशियों को देश से बाहर भेजना चाहिए.
संभल की घटना पर यूपी सरकार में मंत्री संजय कुमार निषाद ने कहा - "कुछ लोग सुनियोजित ढंग से सरकार को बदनाम करने के लिए जनता में अस्थिरता पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं...मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यह सर्वोत्तम प्रदेश बन रहा है. यहां अपराधियों के लिए जगह नहीं है. ऐसे लोगों को चिह्नित करके उनपर निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी. योगी जी के नेतृत्व में यूपी देश का सर्वोत्तम प्रदेश बन रहा है. योगी जी की सरकार बिना किसी भेदभाव के काम कर रही है. कानून को हाथ में लेना उचित नहीं है. विपक्ष के पास कोई काम नहीं है इसलिए वह बेवजह की बात कर रहे हैं.
संभल के वर्तमान हालात पर मुरादाबाद के कमिश्नर आंजनेय कुमार सिंह ने कहा - संभल में अब हालात सामान्य हो गए हैं. पुलिस द्वारा उपद्रवियों को चिन्हित किया जा रहा है. स्कूल को भी अब खोला जा चुका है. जिलाधिकारी द्वारा कहा गया है की बाहर से अभी कोई भी नहीं आएगा. स्पष्ट निर्देश है की संभल की सीमा में अभी कोई भी बाहर से नहीं आएगा. उनके पास बाद में भी यहाँ आने का मौका है. बेहतर यही होगा की कोई अभी यहाँ ना आए. संभल के बारे में जिम्मेदार लोगों को सोच समझ कर बोलना चाहिए नहीं तो समाज में जहर फ़ैल जाएगा ,यहाँ बहुत मुश्किल से हालात सामान्य हुए हैं.
शाही जामा मस्जिद के आसपास गलियों में 48 घंटे से ज्यादा बीत जाने के बाद भी सन्नाटा पसरा है. हालात नियंत्रण में है लेकिन किसी भी तरह की शंकाओं से निपटने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया है. मस्जिद के आसपास की गलियों बाजारों में दुकानें अभी भी बंद है. हालांकि प्रशासन की तरफ से दुकान खोलने की मनाही नहीं है.
सपा डेलिगेशन पर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि पहले ,पत्थर फेंकते हो ,दंगा करवाते हो ,फिर डेलिगेशन भेजते हो ,जिस तहर से सपा हारी चुनाव में इसका बदला ले रही है ,सपा पार्टी वो है जो अदालत के फैसले पर सवाल खड़े करती है ,कोर्ट के फैसले को सम्मान नहीं करती है ,मैं पीएम मोदी से आग्रह करता हूँ किस -किस पार्टी ने अडानी से फण्ड लिया है ,उसकी जांच हो
संभल मामले पर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा निष्पक्ष करवाई होगी ,जो दोषी होगा करवाई करेंगे ,संविधान दिवस कहा विपक्ष सिर्फ दिखावा करती है ,उन्होंने सिर्फ संविधान का अपमान किया है
यूपी के सहारनपुर से सासंद इमरान मसूद ने कहा कि राहुल गांधी आज संभल नहीं जाएंगे. उन्होंने कहा कि आने वालों में दौरा होगा.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी आज ही संभल जा सकते हैं. इस सदंर्भ में 10 जनपथ पर तैयारियांश शुरू हो गई हैं. यूपी के सभी सांसदों को राहुल गांधी से मुलाकात के लि बुलाया गया है.
संभल हिंसा में सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क़ के साथ उनके पिता ममलुकुर्रहमान बर्क़ को भी आरोपी बनाया गया है। FIR में उनका भी नाम है। पिता पुत्र दोनो पर मुकदमा दर्ज हुआ है।
संभल जिला प्रशासन ने स्पष्ट आदेश दिया है कि 30 नवंबर तक बाहरी लोगों की एंट्री पर रोक होगी.
कांग्रेस नेता और नेता विपक्ष राहुल गांधी उत्तर प्रदेश स्थित संभल का दौरा कर सकते हैं. कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने कहा कि राहुल गांधी. कल या परसों जा सकते हैं
माता प्रसाद पांडे आज नहीं जाएंगे दिल्ली. डीजीपी से वार्ता के बाद तीन दिन बाद का मिला है समय इसलिए आज नहीं जाएंगे दिल्ली के रास्ते संभल. लखनऊ में थोड़ी देर में पार्टी दफ्तर में करेंगे प्रेस कॉन्फ्रेंस
यूपी विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और सपा विधायक माता प्रसाद पांडेय लखनऊ से दिल्ली जाएंगे. दिल्ली के रास्ते संभल जाएंगे
संभल हिंसा को लेकर मुरादाबाद रेंज के डीआईजी ने कहा कि आज का दिन संभल में सामान्य है ,दुकानें खुली है ,सभी से अपील है सभी लोग अपना -अपना करते रहिये ,पुलिस निर्दोष लोगों को परेशान नहीं करेगी
सपा महासचिव रामगोपाल यादव ने कहा कि संभल में जो भी कुछ हो रहा है गलत हो रहा है .प्रशासन जो कर कर रहा है.वो गलत कर रहा है.प्रशासन जानबूझ कर कर रहा है.न्याय नहीं मिलेगा तो लोग कुछ -कुछ तो करेंगे.हमारी पार्टी लगातार अपील कर रहा है.शांति के लिए.पुलिस वाले पर कोई एफआईर नहीं हुई है.लोगों को परेशान किया जा रहा है .आज संसद में कुछ नहीं होगा.लेकिन हम कल हम संभल मामले को संसद में उठाएंगे
संभल के कैला देवी मंदिर के महंत ऋषि राज गिरी उन मुख्य याचिकाकर्ताओ में से एक है जिन्होंने शाही जामा मस्जिद के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाया था. महंत ऋषि राज गिरी जी का दावा है की जामा मस्जिद की जगह यहां पर भगवान हरिहर मंदिर था.इनके पास विक्रम संवत 987 के वह कागज और नक्शे भी है जिससे साबित होता है कि यहां पर पहले मस्जिद की जगह मंदिर था लेकिन बाबर ने मंदिर तोड़कर मस्जिद बना दी थी . हरिहर मंदिर भगवान विष्णु और शंकर का मंदिर था. महंत ऋषि राज गिरी जी का दावा है की यहां पर कलकी भगवान का अवतार होना है. महंत ऋषि राज गिरी का कहना है कि सर्वे करने आई टीम के दौरान जो भी हुआ वह बेहद निंदनीय है और इन्हें अदालत और कानून पर पूरा विश्वास है . जिससे इन्हें इंसाफ मिलेगा और एक दिन फिर यहां पर भगवान हरिहर दिव्या और भव्य मंदिर
प्राथमिकी के मुताबिक 22 नवंबर को जियाउर्रहमान बर्क ने जामा मस्जिद में नमाज अदा करने के दौरान बिना प्रशासन की अनुमति के भीड़ को जुटाया और भड़काऊ बयानबाजी की और राजनीतिक लाभ लेने के लिए सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के लिए भीड़ को उग्र किया गया. प्राथमिकी के मुताबिक 24 नवंबर को जामा मस्जिद का सर्वे किया जा रहा था, तभी सुबह 9 बजे 800 अज्ञात लोगों की भीड़ घातक हथियारों से लैस होकर जामा मस्जिद के सर्वे की प्रक्रिया को बाधित करने के उद्देश्य से आ गई.
FIR में दावा किया गया है कि सुहैल ने भीड़ को ये कहकर उकसाया कि जियाउर्रहमान बर्क हमारे साथ हैं, हम लोग तुम्हारे साथ हैं, कुछ नहीं होने देंगे। अपने मंसूबे पूरे करो, इतना सुनकर भीड़ और उग्र हो गई. प्राथमिकी में लिखा है की हिंसा से 2 दिन पहले सांसद बर्क प्रशासन की अनुमति के बिना जामा मस्जिद गए थे.
संभल हिंसा मामले में प्राथमिकी में बड़ा खुलासा हुआ है. प्राथमिकी में आरोपी नंबर 1 सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क को बनाया गया है. आरोपी नंबर 2 सुहैल इकबाल को बनाया गया है. प्राथमिकी के मुताबिक समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने राजनीतिक लाभ के लिए भीड़ को भड़काया और सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ा. एफआईआर के मुताबिक 24 नवंबर को सर्वे के दौरान इक्कठी हुई भीड़ में सुहैल इकबाल मौजूद थे.
अखिलेश यादव के निर्देशानुसार समाजवादी पार्टी का प्रतिनिधिमंडल आज संभल जाकर वहां हुई हिंसा की जानकारी लेगा एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष को रिपोर्ट सौंपेगा. डीएम के मुताबिक किसी को भी संभल की सीमा में घुसने नही दिया जाएगा.पहले ही रोक लेंगे.
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि जब किसी प्रदेश का मुख्यमंत्री “बंटोगे तो कटोगे” जैसे विध्वंसकारी नारे देने लगे तो समझो वो संवैधानिक कर्त्तव्यों, राजधर्म और हिंदुस्तान की आत्मा से पूर्णरुपेण विमुख हो चुका है. यूपी के संभल में जो हुआ वो अत्यंत दुःखकारी है और संविधान की मूल भावना के ख़िलाफ़ है.
निर्दोष युवाओं को पुलिस द्वारा मारा जाये तथा सत्ता इन मौतों पर अट्टहास लगाए तो समझ लीजिये सत्ता के परिवर्तन की नितांत आवश्यकता है. “वसुधैव कुटुंबकम्”, “अनेकता में एकता” और “सर्वधर्म समभाव” की आत्मा वाले हिंदुस्तान के किसी राज्य में ऐसे कृत्य करने वाली सरकार को सत्ता में रहने का कोई नैतिक अधिकार और लोकतांत्रिक हक नहीं है. देश-प्रदेश चलाने के लिए न्यायिक चरित्र व न्याय की ज़रूरत होती है, अत्याचारी मनोभाव व नफ़रत भरे एकतरफ़ा निर्णय की नहीं.
देश नफ़रती शक्तियों को पहचान चुका है तथा लोकतांत्रिक ढंग से ऐसे तत्वों को सत्ता से हटाने की ठान चुका है. नफरत का हारना बहुत ज़रूरी है प्रेम का जितना उससे भी अधिक जरूरी है. सबसे प्रार्थना हैं कि प्रेम चुनिए नफरत नहीं. एकता और अखंडता ही अखंड भारत का प्राण और ताक़त है. जय हिंद!
संभल हिंसा मामले में FIR में बड़ा खुलासा हुआ है. FIR में आरोपी नंबर 1 जियाउर्रहमान बर्क को बनाया गया हैय आरोपी नंबर 2 सुहैल इकबाल को बनाया गया है. FIR के मुताबिक समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने राजनीतिक लाभ के लिए भीड़ को भड़काया और सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ा. एफआईआर के मुताबिक 24 नवंबर को सर्वे के दौरान इक्कठी हुई भीड़ में सुहैल इकबाल मौजूद थे
FIR के मुताबिक दंगाइयों ने पुलिस से हथियार लूटे. भीड़ पुलिस से हथियार छीनने के नारे लगा रही थी. पुलिस वालों को आग लगाने की, मार दो जैसे बातें दंगाई बोल रहे थे. SI से पिस्टल की मैगज़ीन छीनी. मैगज़ीन में 10 राउंड 9mm के कारतूस लूटे गए. टियर स्मोग बैग लूटे गए, जिसमे 29 टियर स्मोग सेल थे. पुलिसकर्मी के कंधे पर टंगा कारतूस का बैग दंगाइयों ने लूटा. बैग में 25 ब्लैक कारतूस, 25 रबड़ बुलेट थी. 15 राउंड 12 बोर कारतूस भी दंगाइयों ने पुलिस से लूटी. पुलिस से लूट हथियारो से दंगाइयों ने पुलिस पर फायरिंग भी की.
बैकग्राउंड
Sambhal Violence Live: उत्तर प्रदेश स्थित संभल जामा मस्जिद के सर्वे मामले में हिंसा और तनाव के बाद अब शहर में शांति है. स्कूल और कॉलेज खुल गए हैं वहीं इंटरनेट पर पाबंदी अभी भी है. पुलिस ने इस मामले में सात प्राथमिकियां दर्ज की हैं. इसमें सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक के बेटे का भी नाम है.
FIR के मुताबिक दंगाइयों ने पुलिस से हथियार लूटे. भीड़ पुलिस से हथियार छीनने के नारे लगा रही थी. पुलिस वालों को आग लगाने की, मार दो जैसे बातें दंगाई बोल रहे थे. SI से पिस्टल की मैगज़ीन छीनी. मैगज़ीन में 10 राउंड 9mm के कारतूस लूटे गए. टियर स्मोग बैग लूटे गए, जिसमे 29 टियर स्मोग सेल थे. पुलिसकर्मी के कंधे पर टंगा कारतूस का बैग दंगाइयों ने लूटा. बैग में 25 ब्लैक कारतूस, 25 रबड़ बुलेट थी. 15 राउंड 12 बोर कारतूस भी दंगाइयों ने पुलिस से लूटी. पुलिस से लूट हथियारो से दंगाइयों ने पुलिस पर फायरिंग भी की.
अखिलेश यादव के निर्देशानुसार समाजवादी पार्टी का प्रतिनिधिमंडल आज संभल जाकर वहां हुई हिंसा की जानकारी लेगा एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष को रिपोर्ट सौंपेगा. डीएम के मुताबिक किसी को भी संभल की सीमा में घुसने नही दिया जाएगा.पहले ही रोक लेंगे.
संभल हिंसा मामले में प्राथमिकी में बड़ा खुलासा हुआ है. प्राथमिकी में आरोपी नंबर 1 सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क को बनाया गया है. आरोपी नंबर 2 सुहैल इकबाल को बनाया गया है. प्राथमिकी के मुताबिक समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने राजनीतिक लाभ के लिए भीड़ को भड़काया और सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ा. एफआईआर के मुताबिक 24 नवंबर को सर्वे के दौरान इक्कठी हुई भीड़ में सुहैल इकबाल मौजूद थे.
FIR के मुताबिक 22 नवंबर को जियाउर्रहमान बर्क ने जामा मस्जिद में नमाज अदा करने के दौरान बिना प्रशासन की अनुमति के भीड़ को जुटाया और भड़काऊ बयानबाजी की और राजनीतिक लाभ लेने के लिए सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के लिए भीड़ को उग्र किया गया. प्राथमिकी के मुताबिक 24 नवंबर को जामा मस्जिद का सर्वे किया जा रहा था, तभी सुबह 9 बजे 800 अज्ञात लोगों की भीड़ घातक हथियारों से लैस होकर जामा मस्जिद के सर्वे की प्रक्रिया को बाधित करने के उद्देश्य से आ गई.
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