Sambhal Violence: उत्तर प्रदेश के संभल में हुई हिंसा के बाद ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के महासचिव मौलाना यासूब अब्बास की भी प्रतिक्रिया सामने आई है.उन्होंने कहा कि बड़े ही अफसोस की बात है कि संभल में जिस तरह से खूनी होली खेली गई और वहां के तीन नवजवानों को कत्ल कर दिया गया. मंदिर हो, मस्जिद हो, गुरुद्वारा हो, चर्च हो, इमामबाड़ा हो यहां लोग मन की शांति के लिए जाता है. इंसान जब सब जगह से हार जाता है तो वह मंदिर व मस्जिद के दरवाजों पर जाता है.
मौलाना यासूब ने यह भी कहा कि अगर मंदिर और मस्जिद के नाम पर कत्ल होना लगे या मंदिर और मस्जिद के नाम पर हिंदू या मुसलमान मारा जाए तो इसमें इंसानियत का कत्ल हो रहा है. मैं इस कत्ल की पूरी तरह से निंदा करता हूं. मैं ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के महासिचव होने के नाते अपील करता हूं कि इस वक्त जरूरत इस बात की है कि मंदिर और मस्जिद के नाम खून न बहाया जाए बल्कि अमन शांति आपसी भाईचारे की अपील करता हूं. आपसी लड़ाई हिंदू मुसलमान न लड़े बल्कि इस मुल्क को सवारने के लिए गरीबी,बेरोजगारी के खिलाफ लड़ाई लड़ेंगे तो यह मुल्क उतना ही तरक्की करेगा.
मस्जिद के सर्वे के दौरान स्थिति बिगड़ गई
संभल जिले स्थित शाही जामा मस्जिद के रविवार को सर्वे के दौरान भारी बवाल हो गया. इस दौरान कुछ असामाजिक तत्वों ने पुलिस पर पथराव किया और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को आंसू गैस का इस्तेमाल करना पड़ा. जानकारी के अनुसार, जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान स्थिति बिगड़ गई और हिंसा फैल गई.
मौके पर संभल के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक मौजूद थे, लेकिन फिर भी माहौल बिगड़ता चला गया. पुलिस द्वारा किए जा रहे सर्वे के खिलाफ स्थानीय लोगों ने रोष जताया. इसी बीच, हिंसक झड़पें शुरू हो गईं. भीड़ ने पुलिस पर पथराव करना शुरू कर दिया और साथ ही फायरिंग भी की गई. इस बीच, पुलिस को खुद को बचाने और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े. फायरिंग और पथराव के बीच पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की, जिससे पूरे इलाके में तनाव का माहौल बन गया.
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