संभल हिंसा: यूपी-दिल्ली बॉर्डर से लेकर मुरादाबाद तक जारी घमासान, सपा नेताओं को थाने में बैठाया
Sambhal Violence: सपा का 15 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल संभल हिंसा के पीड़ितों से मिलने जाने वाला था लेकिन नेता प्रतिपक्ष और सपा नेता माता प्रसाद पाण्डेय को डीएम ने फोन करके मना कर दिया.
Sambhal Violence News: उत्तर प्रदेश के संभल को लेकर आज भी बवाल जारी है. समाजवादी पार्टी के नेता संभल कूच करने निकले थे, लेकिन उन्हें पुलिस ने जाने नहीं दिया और रास्ते में ही रोक दिया. इधर सपा प्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल को भी संभल जाने से रोक है और उन्हें घर में नजरबंद किया गया है.
यूपी-दिल्ली बॉर्डर से लेकर मुरादाबाद तक, जहां से समाजवादी पार्टी के नेता संभल की ओर कूच करने की तैयारी में थे, उन्हें पुलिस ने रोक दिया. यूपी के बीच गाजीपुर बॉर्डर पर समाजवादी पार्टी सांसद हरेंद्र मलिक को यूपी पुलिस ने रोक दिया तो मुरादाबाद से समाजवादी पार्टी सांसद जिया-उर-रहमान-बर्क के काफिले को भी गाजीपुर बॉर्डर के पास ही रोका गया.
वहीं लखनऊ में समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पाण्डेय को भी पुलिस ने उनके घर से बाहर नहीं निकलने दिया. सपा के वरिष्ठ नेता और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पाण्डेय को भी पुलिस ने उनके घर से बाहर नहीं निकलने दिया. वो गाड़ी में बैठ गए थे लेकिन नोटिस का हवा लेकर उन्हें रोक दिया गया.
इधर पूर्व मंत्री और समाजवादी पार्टी के विधायक कमाल अख्तर, सपा विधायक पिंकी यादव और मुरादाबाद सपा के जिला अध्यक्ष जयवीर सिंह यादव को पुलिस ने दिल्ली लखनऊ नेशनल हाइवे 9 पर मूंढापांडे थाना इलाके में सँभल जाते समय रोका, ये तीनों नेता भी सपा के 15 सदस्य प्रतिनिधिमंडल के सदस्य हैं और इनतीनो को मूंढापांडे थाने में बैठाया गया है.
बता दें कि सपा का 15 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल संभल हिंसा के पीड़ितों से मिलने जाने वाला था लेकिन नेता प्रतिपक्ष और सपा नेता माता प्रसाद पांडेय को डीएम ने फोन करके मना कर दिया. हालांकि इसके बाद भी सपा नेता संभल जाने के लिए निकले तो पुलिस ने उन्हें बीच रास्ते में ही रोक लिया.