Sambhal Violence: यूपी के संभल में मस्जिद के सर्वे को लेकर भड़की हिंसा और चार लोगों की मौत मामले पर समाजवादी पार्टी ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं. यूपी विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडे ने कहा कि यूपी की पुलिस दो असलहे रखती है. इनमें एक सरकारी है और एक प्राइवेट. अगर वहां सरकारी गोली चलती तो वो फंस जाते इसलिए सरकारी गोली नहीं चलाई गई है.
सपा नेता माता प्रसाद पांडे के नेतृत्व में आज 12 सदस्यीय एक प्रतिनिधिमंडल संभल जाने वाला था लेकिन संभल में प्रशासन द्वारा 30 नवंबर तक किसी भी बाहरी के प्रवेश पर रोक लगाई गई है. जिसके बाद वो आज वहां नहीं जाएंगे. माता प्रसाद पांडे ने इस सिलसिले में डीजीपी से बात की, जिसमें डीजीपी ने पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की बात कही और संभल में तीन दिन जाने के बाद कहा है.
सपा नेता ने पुलिस पर लगाया गंभीर आरोप
माता प्रसाद पांडे ने इस दौरान पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि ये सरकार कानून और संविधान से खुद को ऊपर समझती है. यूपी की पुलिस दो असलहे रखती है. इनमें एक सरकारी और एक प्राइवेट असलहा होता है. जहां गोली चलाना चाहते है वहीं सरकारी गोली से नहीं प्राइवेट असलहे से गोली चलाई जाती है. अगर वहां सरकारी गोली चलती तो वो फंस जाते, इसलिए सरकारी गोली नहीं चलाई गई है. थाने के मालखाने में कट्टे रखते हैं, उसी कट्टे का इस्तेमाल किया गया है.
उन्होंने कहा कि ये सरकार लड़ाना चाहती है. ये कहते तो हैं निष्पक्ष जांच करेंगे लेकिन ये अपने मन की करते हैं. इस मामले की न्यायिक जांच होनी चाहिए तभी सही स्थिति सामने आएगी. उन्होंने कहा कि विधानसभा में हम बहराइच और संभल पर चर्चा करेंगे और सरकार को एक्सपोज करेंगे.
माता प्रसाद ने कहा कि संभल की घटना सही जानकारी मिले इसलिए प्रतिनिधिमंडल बना था. सही जानकारी और तथ्य जानने के लिए हम वहां जाना चाहते थे. उन्होंने सवाल किया जब प्लेसेस ऑफ वरशिप एक्ट पहले से मौजूद है तो पहले या तो इस क़ानून को बदल लेते तब ही कुछ करते. उन्होंने कहा कि डीजीपी ने निष्पक्ष जांच की बात कहीं है इसलिए हम आज नहीं जा रहे हैं.
'आज ये हाल है आगे क्या होगा?', संभल हिंसा पर भड़के कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर