Sambhal Violence: यूपी के संभल में मस्जिद के सर्वे के दौरान हुई हिंसा को लेकर अब सियासत शुरू हो गई है. समाजवादी पार्टी ने संभल की हिंसा को लेकर संगम नगरी प्रयागराज में एक विवादित पोस्टर लगाकर सूबे की योगी सरकार पर सियासी निशाना साधा है. समाजवादी पार्टी की छात्र सभा इकाई की तरफ से लगाए गए इस पोस्टर में लिखा गया था कि भाजपा का चुनावी मूल मंत्र गणतंत्र नहीं बल्कि 'गन-तंत्र' है. 


इस पोस्टर में लिखा गया था कि "प्रभुता के आवेश में बौखलाया है सुल्तान, सांप्रदायिकता की आग में जल रहा है हिंदुस्तान" पोस्टर में आगे लिखा गया है कि बीजेपी जनमत पर नहीं बल्कि गन मत पर विश्वास करती है. पोस्टर में संभल में हुई हिंसा की तस्वीर लगाकर लिखा गया है कि भाजपा के तानाशाही रवैए का एक दृश्य. समाजवादी पार्टी की छात्र सभा इकाई ने यह पोस्टर सोमवार की शाम को शहर के सिविल लाइंस इलाके में स्थित सुभाष चौक पर लगाया. 


पुलिस ने निकाला विवादित पोस्टर 
हालांकि कुछ ही देर में पुलिस वहां पहुंच गई और उसने पोस्टर को हटवा कर उसे जब्त कर लिया. पुलिस का कहना है कि पोस्टर आपत्तिजनक था इसलिए उसे हटाया गया है. इस मामले में जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी. समाजवादी पार्टी द्वारा प्रयागराज में लगाया गया यह पोस्टर चर्चा का सबब बना हुआ है. सोशल मीडिया पर इसे लेकर लोग अलग-अलग कमेंट कर रहे हैं.


संभल की हिंसा के बाद प्रयागराज पुलिस भी अलर्ट मोड पर है. शहर से लेकर ग्रामीण इलाके तक मिली जुली आबादी वाले इलाकों में पुलिस गश्त बढ़ा दी गई है. लोगों से किसी बहकावे में नहीं आने की अपील की गई है. खुफिया तंत्र को भी सक्रिय कर दिया गया है. चेतावनी दी गई है कि अगर किसी ने भी अफवाह फैलाने या गड़बड़ी करने की कोशिश की तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.


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