Sambhal Violence: यूपी के संभल में शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुई हिंसा को लेकर समाजवादी पार्टी ने बीजेपी और योगी सरकार को घेरा है. सपा प्रवक्ता अमीक जामेई ने आरोप लगाया कि ये अगले 50 साल के लिए भाजपा-आरएसएस के लिए पिच तैयार की जा रही है. पुलिस फोर्स तो इसमें शामिल है ही है. बीजेपी-आरएसएस इसके लिए काम कर रही है. हिंसा के बाद एक नई बाबरी मस्जिद दी गई है.  


सपा प्रवक्ता ने कहा कि उत्तर प्रदेश में लोग एक दूसरे से बहुत मोहब्बत करते हैं पर संभल में एक नया दाग दिया गया है. एक नई बाबरी मस्जिद दी गई है. जब अखिलेश जी एक तरफ उपचुनाव को लेकर चर्चा कर रहे थे कि वहां पर क्या हुआ? ऐसे में ये हिंसा हुई. उन्होंने कहा कि ये 1550 की मस्जिद है इतिहास में दर्ज है, तारीख में दर्ज है, हेरिटेज का हिस्सा है ये मस्जिद इतनी पुरानी है. 


हर मस्जिद के नीचे मंदिर ढूंढने का काम
पूरे उत्तर प्रदेश में हर मस्जिद के पीछे एक मंदिर ढूंढने का काम चल रहा है. आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत जी ने भी इसको गलत बताया है. जब पहले दिन गए तब कोई दिक्कत नहीं हुई क्योंकि समन्वय था. क्योंकि आप जांच के लिए गए थे. पर अचानक से जब सुबह-सुबह जब आप पहुंचे और बीजेपी-आरएसएस की फोर्स वहां पहुंची और ये हुआ.


उनके जो वकील हैं वह पूरे उत्तर प्रदेश में मस्जिदों के नीचे मंदिर ढूंढ रहे हैं. उन्होंने पूरे प्रदेश में 50 से अधिक मस्जिदों के ऊपर यह याचिकाएं लगा रखी है. इसमें आपने वक्फ कम्युनिटी से कोई कॉरपोरेशन नहीं लिया. मेंबर ऑफ पार्लियामेंट को पता नहीं, मस्जिद की कमेटी को पता नहीं तो जब लोग वहां पर इकट्ठा हुए तो पुलिस प्रशासन का काम था कि वह लोगों को विश्वास में ले. लेकिन, सरकार ने ऐसा नहीं किया और उनपर लाठीचार्ज करने का काम किया.


एक नई बाबरी बनाने की कोशिश
सपा प्रवक्ता ने दावा किया कि कोई फायरिंग मुस्लिम की तरफ से नहीं दिखाई दी और सीधे-सीधे जो वीडियो दिखा रहा है कि वह पुलिस की तरफ से की जा रही है. यह तो जांच का विषय है कि क्या पुलिस के अलावा कोई और भी वहां सम्मिलित था. उन्होंने कहा कि राम मंदिर-बाबरी मस्जिद फैसला आने में एक सदी लगी, उसको सुलझाने में हमारे कई दिन काले अँधेरे में बीते.अयोध्या मामले के बाद कोई दूसरा मामला नहीं होना था यह सब हो रहा है.


प्लेसेस ऑफ वरशिप एक्ट में अब ऐसे मामलों को एंटरटेन करने की बात नहीं है. लेकिन, फिर भी ऐसा क्यों हो रहा है. जो अति उत्साही नई नवेली जज हैं, कोर्ट है वह ऐसा क्यों कर रहे हैं? हम सर्वोच्च न्यायालय से चाहते हैं कि वह इस पर संज्ञान लेकर गंभीरता से कुछ निर्णय लें. यह अगले 50 साल के लिए भाजपा आरएसएस के लिए पिच तैयार की जा रही है. पुलिस फोर्स तो इसमें शामिल है ही है बीजेपी आरएसएस इसके लिए काम कर रही है.