'मस्जिद की हिफाजत' के नाम पर भड़काया! संभल हिंसा पर बोले SP केके विश्नोई, 7 मुकदमे दर्ज
Sambhal Violence Update: डीएम राजेंद्र पेंसिया ने कहा कुछ ड्रोन और कैमरों में फोटोग्राफी सामने आई है, जिसमें सैकड़ों की संख्या में दंगाई और बलवाई दिखे हैं. उनकी पहचान की जा रही है.
Sambhal Violence: यूपी के संभल में मस्जिद के सर्वे को लेकर हुई हिंसा के बाद आज हालात सामान्य है. इलाके में तनाव को देखते हुए भारी सुरक्षा बल तैनात किया गया है. पुलिस हिंसा के आरोपियों की तलाश में जुटी है. इस हिंसा को लेकर पुलिस प्रशासन का बड़ा बयान सामने हैं. पुलिस का कहना है कि हिंसा के सभी आरोपियों की पहचान की जा रही है. एक-एक को कार्रवाई कर जेल भेजा जाएगा.
डीएम राजेंद्र पेंसिया ने संभल के हालात पर जानकारी देते हुए कहा कि इलाके में कल दोपहर के बाद स्थितियां सामान्य हैं. कुछ ड्रोन और कैमरों में फोटोग्राफी सामने आई है, जिसमें सैकड़ों की संख्या में दंगाई और बलवाई दिखे हैं. उनकी पहचान की जा रही है. सौ फीसद इन लोगों को जेल भेजा जाएगा उन पर कार्रवाई की जाएगी.
सर्वे के बाद अचानक हुई पत्थरबाजी
डीएम ने कहा कि जब संभल की मस्जिद का 19 नवंबर को शांति से सर्वे किया गया. जुमे की नमाज वाले दिन भी कुछ नही हुआ. रविवार को भी सब ठीक से शुरू हुआ था लेकिन, जैसे ही ये अनाउंस हुआ कि सर्वे पूरा हो चुका है, तभी अचानक पत्थरबाजी शुरू हो गई. घटना को लेकर अभी प्रारंभिक तौर पर ये ही कहा जा सकता है कि इसकी प्लानिंग रातों-रात की गई थी. इन्होंने अपने ही लोगों पर गोली चलाई, पत्थरबाजी भी की. कुछ घरों से भी हथियार मिले हैं.
संभल के एसपी केके विश्नोई ने कहा कि संभल में जो घटना हुई इसके लिए कुछ लोगों ने भीड़ को उकसाया था. इस मामले में कुल सात मुकदमे दर्ज किए गए हैं. जिनमें से दो नकासा थाना क्षेत्र और पांच मुकदमे कोतवाली थाने में दर्ज किए गए हैं. एक पुलिस की गाड़ी को जला दिया गया. उसमें छह नामज़द और 200 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है. सब इंस्पेक्टर दीपक राठी ने जियाउर्रहमान बर्क और सोहेल इक़बाल नामज़द अभियुक्त बनाया गया है. दोनों पर लोगों को उकसाने का मामला है.
सपा सांसद पर मुकदमा दर्ज
एसपी ने कहा कि सांसद जियाउर्रहमान बर्क पर पूर्व में भी भड़काऊ भाषण दिए गए थे और 'जामा मस्जिद की हिफाजत' के नाम पर जैसी बात कही गई. हमारे ऊपर महिलाओं ने पत्थरबाजी की. उनके घर के बगल से फायर आया. मेरे पीआरओ के पैर में भी गोली लगी है. कुछ जगहों बेहद अजीब हथियार मिले हैं जो हमने भी पहली बार देखे है. जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि उनका मकसद क्या था. पुलिस ने सूझबूझ से पत्थबाजों की मंशा को पूरा नहीं होने दिया. सपा सांसद के पूर्व में दिए गए बयान की वजह से लोगों को समय-समय पर भड़काया जा रहा था.
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