Sambhal Violence News: हिंसा की आग में सुलगे संभल में फिलहाल सन्नाटा पसरा हुआ है. इसी खामोशी में 24 तारीख को हुई हिंसा के जवाब तलाशे जा रहे हैं, संभल हिंसा में पाकिस्तान का एंगल आया तो केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने संभल और आतंकवाद के तार जोड़ दिए. इसके साथ ही पहले एक थ्योरी ये भी आई थी कि स्थानीय सांसद और विधायक के वर्चस्व की लड़ाई से संभल दंगे की आग में झुलसा है, जिनकी तुर्क और पठान वाली अदावत बरसों पुरानी है.
वहीं इस तरह की बयानबाजी को लेकर संभल से समाजवादी पार्टी के सांसद जिया उर्र रहमान बर्क और संभल विधायक नवाब इकबाल महमूद एक हो गए. दोंनों ने कड़ा रुख अपनाते हुए अमेरिका और पाकिस्तान के कारतूस मिलने पर कहा कि यह भी उनकी साजिश का हिस्सा है. वहीं सपा सांसद ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को संभल जाने से रोके जाने पर कहा पहले हम लोगों को रोका गया आज उनको रोका जा रहा है वह कुछ छुपाना चाह रहे हैं साजिश कर रहे हैं.
सपा विधायक नवाब इकबाल महमूद ने कहा कि लोगों को इस बात का शक है कि कहीं यह सब प्लांटेड तो नहीं है, इसकी जांच होनी चाहिये और ज्यूडिशियरी जांच इसकी होनी चाहिए. यूपी सरकार ने जो न्यायिक जांच आयोग बनाया है उसमें तो रिटायर्ड जज हैं हम चाहते हैं हाईकोर्ट के सिटिंग जज इसकी जांच करें.
सर्च ऑपरेशन में मिलीं मेड इन पाकिस्तान गोलियां
बता दें कि पठान वर्सेस तुर्क एंगल के बाद संभल हिंसा में पाकिस्तान की एंट्री हुई थी. पुलिस की फोरेंसिक टीम को सर्च ऑपरेशन में मेड इन पाकिस्तान गोलियां मिली थीं, इनमें पाकिस्तान ऑर्डिनेंस फैक्ट्री के 9 MM के 2 मिस फायर कारतूस, 1 खोखा, 12 बोर के 2 खोखे और 32 बोर के 2 खोखे बरामद हुए थे. पाकिस्तानी कारतूस मिलने के बाद फोरेंसिक टीम ने जांच का दायरा बढ़ाया और तलाशी अभियान बुधवार (4 दिसंबर) को भी जारी रहा.
जांच होगी और किसी को बख्शा नहीं जाएगा- बीजेपी
संभल हिंसा को लेकर सड़क से लेकर संसद तक संग्राम मचा हुआ है. पाकिस्तान एंगल आने के बाद विपक्ष खुफिया एजेंसियों की नाकामी का मुद्दा उठा रही है तो बीजेपी कह रही है जांच होगी और किसी को बख्शा नहीं जाएगा.
मुस्लिम वोट के लिए कुछ कर सकते हैं- गिरिराज सिंह
बता दें कि बीजेपी सांसद और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने संभल जा रहे राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए कहा कि संभल में पाकिस्तानी कारतूस मिले हैं, वहां आतंक का गढ़ है. वहीं सदन में अखिलेश यादव द्वारा संभल हिंसा को लेकर दिए भाषण पर कहा कि अखिलेश यादव सदन को गुमराह कर रहे थे. उन्होंने कानून की धज्जियां उड़ाई। ये मुस्लिम वोट के लिए कुछ कर सकते हैं, इनके डीएनए में हिन्दू विरोधी है.