Sambhal News: पुलिस की प्रताड़ना से खुदकुशी को बताया 'सर्पदंश', बनवाई झूठी पीएम रिपोर्ट, दारोगा समेत 4 लाइन हाजिर
Sambhal News: ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिसवालों ने मृतक युवक से दस हजार रुपये की मांग की थी, जब उसने पैसे देने से इनकार कर दिया तो थाने ले जाकर मारपीट की, जिसके बाद युवक ने खुदकुशी कर ली.
Sambhal News: यूपी के संभल में कैलादेवी थाने के प्रभारी संजीव कुमार और एक दारोगा समेत चार पुलिसवालों को डीआईजी रेंज ने सस्पेंड कर लाइन हाजिर कर दिया है. पुलिसवालों पर एक युवक की फर्जी पोस्टमार्टम रिपोर्ट बनवाकर मौत की वजह सांप के जहर से होना बताया गया था, जबकि परिजनों का कहना था कि मृतक धर्मवीर ने पुलिस की पिटाई से आहत होकर फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी. पुलिसवालों को पैसे नहीं देने की वजह से वो धर्मवीर को थाने लाए थे और रातभर उससे मारपीट की. जिससे आहत होकर युवक ने अपनी जान दे दी.
पीड़ित परिवार ने इस मामले में आला अधिकारियों से शिकायत की, जिसके बाद मुरादाबाद के एसपी ग्रामीण को जांच सौंपी गई, जिसमें थाना प्रभारी सहित चार पुलिस वाले दोषी पाए गये. जिसके बाद मुरादाबाद रेंज के डी आई जी शलभ माथुर ने चारों पुलिस वालों को लाइन हाजिर करने के आदेश दिए हैं साथ ही सवास्थ्य विभाग को फर्जी पोस्ट मार्टम रिपोर्ट बनाने वाले डॉक्टरो पर भी कार्रवाई के लिए पत्र लिखा है.
ग्रामीणों ने पुलिस पर लगाया गंभीर आरोप
ग्रामीणों के मुताबिक संभल के कैला देवी थाना इलाके के सोभापुर मिलक निवासी ट्रैक्टर चालक धर्मवीर गांववालों के कहने पर चामुंडा मंदिर में भराव का कार्य कर रहे थे. मिट्टी भराव करने के नाम पर पुलिसवालों ने उस से दस हजार रुपये की मांग की थी. तीन हजार रुपये धर्मवीर दे चुके थे, लेकिन पुलिसवाले उससे सात हजार रुपये और देने की मांग कर रहे थे. धर्मवीर ने जब पैसे देने से इनकार कर दिया तो वो उसे ट्रैक्टर समेत थाने ले आए और ट्रैक्टर को सीज कर उसे प्रताड़ित किया.
दारोगा समेत चार पुलिसकर्मी लाइन हाजिर
पुलिसवालों ने मारपीट के बाद अगले दिन 23 मई को धर्म वीर को छोड़ दिया, लेकिन रात में परेशान धर्मवीर ने फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली. पुलिस वालों ने धर्मवीर के पंचनामे में चोटों के निशान का ज़िक्र नहीं किया और डॉक्टरो से मिलकर उसकी फर्जी पोस्ट मार्टम रिपोर्ट बनवा कर मृत्यु को सांप के काटने से दिखाया गया. परिवारवालों की शिकायत पर पुलिस मुख्यालय से जांच मुरादाबाद के एसपी ग्रामीण को दी गयी और जांच में परिवारवालों के आरोप सही पाये गये और थाना प्रभारी संजीव कुमार, दरोगा राशिद, सिपाही विनेश कुमार और अमित जांच में दोषी पाये गए. डीआईजी रेंज मुरादाबाद शलभ माथुर ने चारों पुलिस वालों को तत्काल लाइन हाजिर करने के साथ विभागीय जांच के आदेश दिए हैं.
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