UP News: उत्तर प्रदेश के कैसरगंज (Kaiserganj) से बीजेपी (BJP) के सांसद बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) ने तमिलनाडु (Tamil Nadu) के मंत्री उदयनिधि स्टालिन (Udhayanidhi Stalin) के सनातन धर्म पर दिए गए विवादित बयान को लेकर प्रतिक्रिया दी है. बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि आजाद भारत में सबसे पहले सनातन पर तब हमला हुआ जब मजहब के नाम पर देश बना और उसकी पूरी जिम्मेदारी जवाहरलाल नेहरू (Jawaharlal Nehru) की है. अगर सनातन की समझ होती तो अखंड भारत होता.
बृजभूषण शरण सिंह ने आगे कहा कि मजहब के नाम पर देश के टुकड़े किए गए, आज पाकिस्तान और बांग्लादेश न होता. पाकिस्तान न होने का मतलब मुस्लिम भाइयों से न निकालिए कि मुसलमान न होते, देश अखंड भारत होता. देश का दुर्भाग्य था, मोहम्मद अली जब जिन्ना के दबाव में आकर जवाहरलाल नेहरू ने मजहब के नाम पर देश बनाना स्वीकार कर दिया था.
स्टालिन को बताया 'पागल'
वहीं बीजेपी सांसद ने उदयनिधि स्टालिन पर हमला बोलते हुए कहा कि ऐसे 'पागल' बहुत घूमते हैं, ऐसे कई 'पागल' मिल जाएंगे, जिनको समझ नहीं है, जिनको सतयुग की समझ नहीं है, द्वापर के बारे में पता नहीं है, त्रेता के बारे में पता नहीं है, मनु के बारे में पता नहीं है, विक्रमादित्य के बारे में पता नहीं है, जब पता नहीं है तो वोट की राजनीति कर रहे हैं.
स्वामी प्रसाद मौर्य पर भी साधा निशाना
इस दौरान बृजभूषण शरण सिंह ने समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि हमारा देश हिंदू बहुल तो है, क्या स्वामी प्रसाद मौर्य के पास कोई ऐसा उत्तर है कि कितने ऐसे लोग हैं जो मात्र 1000 साल के अंदर हिंदू धर्म छोड़े हैं, क्यों छोड़े हैं, सब खुशी-खुशी नहीं छोड़े हैं, सब स्वतः से नहीं गए हैं, कुछ ऐसी घटनाएं घटीं, कुछ हम लोगों की गलती, कुछ परिस्थितियों की गलती, आज हमारे ही भाई आपस में बंट गए हैं.
'परिस्थितियों की वजह से अलग खड़ा है हमारा भाई '
कैसरगंज के सांसद ने कहा कि चार पीढ़ी पहले चले जाइए उस समय की परिस्थितियां थी, पहले अगर कोई कुएं में पानी पी लेता था फिर पानी छोड़ दिया और गांव वालों ने पानी पी लिया तो अफवाह फैला दी गई कि पूरे गांव वाले ने मुसलमान का झूठा पानी पी लिया, पूरा गांव मुसलमान बन गया, आखिर इसमें किसकी गलती थी. करण सिंह के दादा हरि सिंह के जमाने में घटना घटी, लगभग सारा मुसलमान जो घाटी के अंदर रहता है, वह हिंदू बनने को तैयार था, नहीं बन पाए. कुछ लोगों की जिद थी नहीं बन पाए, एक घटनाएं नहीं अनेक घटनाएं हैं पहले कुछ परिस्थितियां ऐसे ही थी कि हमारा भाई आज हमसे अलग खड़ा है.