UP Election 2022:  बदायूं से सांसद, बीजेपी की नेता संघमित्रा मौर्य के पिता स्वामी प्रसाद मौर्य अब समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए हैं. पिता और बेटी एक दूसरे की विरोधी पार्टी में है. दोनों राजनीतिक दल एक दूसरे पर वार-पलटवार करने में कोई कसर नहीं छोड़ते. ऐसे में अगर बीजेपी संघमित्रा को अपने पिता के खिलाफ ताल ठोकने के लिए कहेगी तो वो क्या करेंगी, क्या वो अपने पिता के खिलाफ मैदान में उतरने के लिए तैयार हैं? इस बात का जवाब खुद बीजेपी की सांसद ने ही दिया है.

 

पिता के खिलाफ ताल ठोकेंगी संघमित्रा?

 

संघमित्रा मौर्य इन दिनों अपने संसदीय क्षेत्र बदायूं में हैं. मंगलवार को वो यहां से बीजेपी उम्मीदवार के नामांकन के दौरान भी उनके साथ खड़ी दिखाई दी थीं. उन्होंने साफ कहा कि वो बीजेपी की जीत के लिए काम करेंगी और पार्टी के लिए प्रचार भी करेंगी. इसी दौरान जब उनसे सवाल किया गया कि क्या वो अपने पिता के खिलाफ चुनावी मैदान में ताल ठोंकने के लिए तैयार हैं तो उन्होंने कहा कि "हमारी पार्टी ऊंची सोच रखती है, बेटी और पिता को आमने सामने ताल ठोकने के लिए नहीं कहेगी और कहेगी तो मैं बैकफुट पर आ जाऊंगी पिता जी के सामने ताल नही ठोकूंगीं."

 

भाजपा को लेकर संघमित्रा ने कही ये बात

 

संघमित्रा ने कहा कि "मैं बीजेपी के सांसद हूं, बीजेपी की कार्यकर्ता हूं, पिताजी से जोड़ना है तो उनकी बेटी हूं, ये परिचय हो सकता है. उनकी पार्टी से नहीं जुड़ सकते." उन्होंने कहा कि "मैं निश्चित तौर पर बीजेपी के लिए प्रचार कर रही हूं. बदायूं में जो परिवर्तन हुआ है इस चुनाव में भी वो परिवर्तन देखने को मिलेगा." बीजेपी के सीनियर लीडर को लेकर बात करते हुए उन्होंने कहा कि "फिलहाल हमारी कोई बात नहीं हुई हैं. हमारे और उनके बीच कोई विवाद नहीं है. पीएम मोदी मुझे अपनी बेटी की तरह मानते हैं. अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृहमंत्री अमित शाह दीदी, बहनजी कहकर बात करते हैं. हमारे बीच बहन-बेटी का संबंध है." 

 

खुद को बताया बीजेपी का कार्यकर्ता

 

संघमित्रा ने कहा कि "पिता और बेटी के रिश्ते से जानना चाहेंगे तो माता-पिता बच्चों के अच्छे भविष्य के बारे में सोचते हैं, बच्चे भी माता पिता के अच्छे भविष्य के बारे में उम्मीद रखते हैं. बेटी होने के नाते पिताजी के बारे में मेरी भी वैसी ही सोच है. पार्टी की बात है पार्टी और परिवार अपनी जगह है. मैं भाजपा में हूं, थी और रहूंगी."

 

पिता के आरोपों पर भी दिया जवाब

 

बीजेपी पर स्वामी प्रसाद मौर्य के आरोपों के सवाल पर उन्होने कहा कि "पिता ने पिछड़ों से जुड़ी जो कमियां देखी होंगी, वो कहा होगा. मेरी कोई व्यक्तिगत बात हुई नहीं है. उन्होंने जो बात रखी है प्रधानमंत्री तक पहुंची है अभी तक देखा है कोई शिकायत प्रधानमंत्री तक पहुंचती है तो उस पर निर्णय लेने का काम करते हैं. सकारात्मक निर्णय लेते हैं यह बात पहुंची है प्रधानमंत्री तक अब तक अधिकार छीनने का जो काम हुआ है प्रधानमंत्री के नेतृत्व में मिलने वाला है."

 

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