Sanjay Singh Press Conference: आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) के राज्यसभा सांसद और उत्तर प्रदेश के प्रभारी संजय सिंह (Sanjay Singh) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस (Sanjay Singh PC) का आयोजन किया. उन्होंने कहा कि यूपी सरकार (UP Government) हर साल इन्वेस्टर समिट का ड्रामा करती है. इसके बाद बताती है कि हजारों लाखों करोड़ों का इन्वेस्टमेंट आ गया. लेकिन ये मामला सिर्फ इन्वेस्टर समिट का नहीं होता है. इस आयोजन के पहले लाखों करोड़ों रुपए खर्च किए जाते हैं. अधिकारियों और मंत्रियों की विदेश यात्रा में बड़ी-बड़ी कंपनियों को भारत में बुलाने के नाम पर, एमओयू साइन करने के नाम पर पैसा खर्च होता है. यह भी एक प्रकार का घोटाला है कि सरकारी खजाने का पैसा पानी की तरह बहा रहे और इन्वेस्टमेंट के नाम पर मामला जीरो है.


संजय सिंह ने कहा, 'केलिफोर्निया सन फ्रांसिस्को में उत्तर प्रदेश के मंत्री अधिकारी जाते हैं और ऑस्टिन विश्वविद्यालय के साथ एमओयू साइन करते हैं. 5000 एकड़ जमीन में 35000 करोड़ की नॉलेज सिटी लखनऊ में बनाने का एमओयू होता है. जब उस ऑस्टिन विश्वविद्यालय की हकीकत पता की गई तो सामने आया कि अमेरिका में ब्लैक लिस्टेड विश्वविद्यालय है. उस विश्वविद्यालय में मात्र 25 लोगों का स्टाफ है जितना यहां किसी रेस्टोरेंट में होगा और उससे 35000 करोड का एमओयू साइन हो गया. मेरा आरोप है कि यह इन्वेस्टर्स सम्मिट हजारों करोड़ का घोटाला है जो कि कि जनता का पैसा लूटने का काम इस समिट के माध्यम से योगी सरकार कर रही.'


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संजय सिंह ने कही ये बात


संजय सिंह ने आगे कहा, 'यह सवाल है कि पहले की पहले की इन्वेस्टर समिट में कितने एमओयू साइन किए और कितना इन्वेस्टमेंट आया, कितने रोजगार का सृजन हुआ इसका श्वेत पत्र योगी सरकार को जनता के सामने रखना चाहिए वरना यह सवाल होगा की ये समिट क्या अधिकारियों की अय्याशी सैर सपाटे के लिए एक जरिया बनाया है. इस विश्वविद्यालय के साथ जो एमओयू साइन का घोटाला हुआ है इसमें जो भी मंत्री और अधिकारी शामिल है उन सब के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. उनको जेल में भेजा जाना चाहिए. उनसे पैसे की रिकवरी होनी चाहिए.'


संजय सिंह ने कहा, 'यह जनता के टैक्स का पैसा है. आपके अमेरिका घूमने के लिए नहीं है. अभी सदन में जीएसटी का मामला उठाया तो उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने मुझे आदेश दिया कि इससे संबंधित साक्ष्य सदन के पटल पर रखें जीएसटी के नाम पर पूरे प्रदेश में 1 हफ्ते तक जीएसटी के अधिकारियों और पुलिस का आतंक जारी रहा खूब लूट हुई, जगह-जगह छापेमारी की गई जीएसटी की व्यवस्था व्यापारियों के लिए जंजाल बन गई, उनके उत्पीड़न का साधन और भ्रष्टाचार का एक माध्यम बन गयी मैं व्यापारियों से अपील करता हूं कि अपने उत्पीड़न से संबंधित जो भी जानकारियां देनी है मुझे दें, आम आदमी पार्टी कार्यालय को दें पार्टी आप की लड़ाई लड़ने का काम करेगी.'