UP Lok Sabha Election 2024: संजय निषाद ने हमला होने के बाद दी पहली प्रतिक्रिया, बताया- क्या हुआ उन पर अटैक?
UP News: यूपी के केबिनेट मंत्री पर संजय निषाद ने अपने उपर हुए हमले को लेकर विपक्ष और सपा पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने यह भी कहा कुंठित मानसिकता के लोग इस तरह के हमले करा रहे है.
Lok Sabha Election 2024: यूपी के कैबिनेट मंत्री डॉ. संजय निषाद ने संतकबीरनगर में हुए हमले को लेकर विपक्ष और सपा पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से ये कुंठित मानसिकता वाले सपा के गुंडे रहे हैं. इस गुंडों के सहारे पिछली सरकारें चलती रही हैं. अब ये चलने वाले नहीं है. उन्होंने सरकार से जेड प्लस सुरक्षा की मांग करते हुए कहा कि विपक्ष (सपा) द्वारा ये हमला कराकर चुनाव को प्रभावित करने की साजिश रची गई है. इसे वे सफल नहीं होने देंगे. उन्होंने कहा कि अखिलेश सचेत हो जाएं नहीं तो सपा के गुंडे समाजवादी पार्टी को समाप्तवादी पार्टी बना देंगे.
डॉ. संजय निषाद ने गोरखपुर में एबीपी लाइव से बातचीत में कहा कि उनका समुदाय इस घटना से आहत है. पहले भी उनको वोट देकर शक्तिशाली बनाता रहा. पहले ये बहन मायावती पर गेस्ट हाउस कांड में हमले कर सकते हैं. मुख्यमंत्री को नहीं छोड़ सकते हैं. मुजफ्फरनगर दंगा कराए. इनका तो इतिहास रहा है, दंगा कराओ, हमला करो. फिर चुनाव को प्रभावित करो. इससे उनका समाज डरने वाला नहीं है. वे अपने शीर्ष नेतृत्व भाजपा से जेड प्लस सुरक्षा की मांग करते हैं. जिससे वे सुरक्षित रहें.
'कुंठित मानसिकता के लोग करा रहे हमला'
ये चुनाव को प्रभावित करने के लिए षड्यंत्र किया गया है. उनका कद बढ़ रहा है. वे शादी समारोह में जा रहे हैं. मोदी-योगी जी का साथ दे रहे हैं. ऐसे में कुंठित मानसिकता के लोग इस तरह के हमले कर रहे हैं. उन लोगों ने जो हमले किए हैं. क्योंकि वहां पर 2015 में कसरवल कांड हुआ, उस गांव के लोग आंदोलन में शामिल हुए. जिस परिवार में शादी थी, वो निषाद परिवार है. उस परिवार के लोग भी कसरवल कांड में शामिल हुए थे. सपा ने कसरवल कांड में इस गांव के लोगों को भी आरोपी बनाया था.
'यूपी में 80 और देश में 400 सीट जीतेंगे'
अखिलेश निषाद नाम के एक युवक की हत्या हो गई थी. ये उनका सुनियोजित साजिश थी. इसे दूसरा मोड़ देने का प्रयास किया गया. डा. संजय निषाद ने कहा कि ये षड्यंत्र कर गुंडों के बल पर चुनाव जीतते रहे हैं. अब गुंडों का सफाया हो गया. तो ऐसे में गांव के ऐसे सिरफिरे जिन्हें रास नहीं आ रहा है कि निषाद पार्टी भाजपा के साथ है. वे लोग इस तरह का षड्यंत्र कर रहे हैं. वे प्रभावित नहीं कर पाएंगे. यूपी में 80 और देश में 400 सीटें जीतेंगे. उनके अधिकारी सचेत हो गए हैं. आरोपी को दबोच लिया गया. हमलावर को भी उन्होंने सुरक्षित जान बचाकर उसे पुलिस को सौंपा है. वे डरने वाले नहीं है.
'मुसलमान भाजपा सरकार में सुरक्षित'
2004 से 2014 तक सपा के सहयोग से केंद्र की सरकार चल रही थी. सपा को एकमुश्त मुसलमान वोट देता था. ऐसा लोग कहते थे. सपा की सरकार आई, तो उनकी संख्या की आबादी 18 प्रतिशत रही है. सच्चर कमेटी की रिपोर्ट कहती हैं कि मुसलमानों की स्थिति एससी-एसटी से खराब है. मुसलमान वोट देता है, उसके बदले में मुजफ्फरनगर दंगा पाता है. तो इसका मतलब है कि मुसलमान को सुरक्षा चाहिए तो आज मुसलमान भाजपा की सरकार में सुरक्षित है. बसपा की सोच है, तो मुसलमान को साथ लेंगे, तो वो सपा-कांग्रेस के भ्रम में नहीं आएगा. इसलिए वे मुस्लिम कार्ड खेल रही हैं.
'गुंडों ने सपा को बनाया समाप्तवादी पार्टी'
संजय निषाद ने बताया कि वे सौभाग्यशाली है. मछुआरे के छह बेटे संसद में हैं. इसलिए दूसरी पार्टी भी निषाद कार्ड खेलना चाहती हैं. वे निषाद को समझाकर सत्ता में लाने का प्रयास रहे हैं. वे कहते हैं कि ढेर सारे गुंडों ने सपा को समाप्तवादी पार्टी में पहुंचाया है. इसी तरह से गुंडे रहेंगे, तो बची-खुची समाजवादी पार्टी, समाप्तवादी पार्टी बन जाएगी. ऐसे लोगों को अपने समर्थक न बनाए, जिससे ढेर सारे यादव कलंकित हों. वे अपने समाज के लोगों को कहते हैं कि वे इनके जातीय संघर्ष में न पड़ें. सरकार के साथ रहें और कमल बटन दबाकर भाजपा को जिताएं.
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