UP Election: 'वोट मांगकर शर्मिंदा न करें' जानिए- क्यों गाजीपुर के इस गांव ने किया यूपी चुनाव का बहिष्कार?
Ghazipur: गाजीपुर की जहूराबाद विधानसभा में सरदरपुर गांव के लोगों ने चुनाव के बहिष्कार करने का एलान किया है. उन्होंने गांव के बाहर एक बैनर लटका दिया है जिस पर लिखा है कृपया वोट मांगकर शर्मिंदा ना करें.
Ghazipur Villagers Bycott Election: गाजीपुर (Ghazipur) की जहूराबाद विधानसभा (Zahoorabad Seat) में सरदरपुर गांव के लोगों ने इस बार चुनाव का बहिष्कार करने का एलान किया है. गांव वाले 'वोट मांगकर शर्मिंदा ना करें' के बैनर लेकर सभी पार्टियों का विरोध कर रहे हैं. जहूराबाद सीट से सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर (O P Rajbhar) विधायक है, जिन्होंने 2017 का चुनाव बीजेपी के साथ मिलकर लड़ा था और अब वो अखिलेश यादव के साथ आ गए हैं. राजभर ने भले ही अपनी राजनीति बदल ली हो लेकिन नहीं बदले तो इस गांव के हालात, आईए आपको बताते हैं कि आखिर क्यों गांववाले इस बार यूपी चुनावों का बहिष्कार करने पर उतर आए हैं.
गांववालों ने क्यों किया चुनाव का बहिष्कार
गाजीपुर जिले के जहूराबाद विधानसभा क्षेत्र सरदरपुर गांव के लोगों ने 'रोड नहीं तो वोट नहीं' का पोस्टर लगाया है. पोस्टर में ग्रामीणों ने लिखा है कि कृपया वोट मांग कर हमे शर्मिंदा ना करें. गांववालों का कहना है कि गांव की सड़के कई सालों से बनी ही नहीं है. दिसंबर महीने तक तो गांव के चारों तरफ पानी भरा होने की वजह से लोगों नाव से आना जाना पड़ रहा था. अब बाढ़ व बारिश का पानी तो हट गया लेकिन अभी तक सड़क का निर्माण तो दूर मरम्मत तक नहीं हुई है. जिसको लेकर ग्रामीणों में खासा नाराजगी है.
जर्जर भवन में बनाया गया मतदान केन्द्र
गांववालों का कहना है कि यहां पर जिस प्राथमिक विद्यालय में मतदान के लिए बूथ बनाया गया है वो पहले से ही जर्जर घोषित किया जा चुका है. उसमें पढ़ाई तक नहीं होती और उसे मतदान केन्द्र बना दिया गया है. इसका भवन काफी जर्जर है इसी तरह से पिलर के सहारे खड़ा है जो कभी भी गिर सकता है. वहीं इस मामले में जब जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि ये बात यहां के लोगों द्वारा अभी तक संज्ञान में नहीं लाई गई है, ऐसा हम कहीं नहीं होने देंगे. उन्होंने कहा कि गांववालों से बातचीत करके समस्या को निपटाने की कोशिश की जाएगी.
आखिरी चरण में यहां होगा चुनाव
पूर्वांचल की बात करें तो यहां पर आखिरी चरण में 7 मार्च को मतदान होना है, जिसके बाद 10 मार्च को मतगणना की जाएगी. इस बीच चुनाव आयोग ने निर्देश दिए हैं कि मतदान स्थल तक जाने वाली हर सड़कों को मर मत करा कर ठीक करा लिया जाए लेकिन चुनाव आयोग के निर्देशों का कितना पालन हो रहा है उसका अंदाजा इससे लगाया ही जा सकता है.